सीबीआई ने मणिपुर के पूर्वी सीएम ओ. इबोबी सिंह और कुछ आईएएस अफसरों के घरों पर छापा मारा है. सीबीआई का दावा है इबोबी सिंह के घर से 11.47 लाख कैश बरामद किया गया. उनके घर से 26.46 लाख रुपये के वे नोट भी बरामद हुए हैं जो नोटबंदी से पहले चलन में थे.
332 करोड़ रुपये के पब्लिक फंड के दुरुपयोग के आरोप
सीबीआई ने इबोबी सिंह और आईएएस अफसरों के खिलाफ 332 करोड़ रुपये के पब्लिक फंड के दुरुपयोग का केस दर्ज किया है. शुक्रवार की सुबह सीबीआई ने इबोबी सिंह के घर समेत आइजोल, इम्फाल और गुरुग्राम समेत नौ जगहों पर छापे मारे. सिंह पहले बड़े नाम हैं जिनके घर से इतनी बड़ी संख्या में पुराने नोट बरामद हुए हैं. कानून के मुताबिक चलन से बाहर किए गए नोट रखना अपराध है. इस कानून के तहत नोटबंदी से पहले के नोटों को रखने वालों को बरामद रकम का पांच गुना जुर्माना देना होगा
सीबीआई का दावा है कि इबोबी सिंह और अफसरों के घरों पर छापे में कई संपत्तियां, लग्जरी कार और महंगी ब्रांडेड चीजें बरामद हुई हैं. एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि यह पब्लिक फंड के पैसे से खरीदी गई होंगी. इबोबी सिंह शुक्रवार को दिल्ली के जंतर-मंतर में एक विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे थे. वह नगा शांति समझौते के प्रावधानों को सार्वजनिक न किए जाने का विरोध कर रहे थे. उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया.
सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि उनके खिलाफ मणिपुर की बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार की शिकायत पर कार्रवाई की गई है. इबोबी सिंह मणिपुर के 15 साल तक सीएम रहे हैं. इस समय वह राज्य में विपक्ष के नेता हैं.
इबोबी सिंह पर क्या हैं आरोप ?
सीबीआई के मुताबिक सिंह ने मणिपुर डेवलपमेंट सोसाइटी के चेयरमैन रहे इबोबी सिंह ने कुछ अफसरों के साथ मिलकर 332 करोड़ रुपये के पब्लिक फंड का दुरुपयोग किया. सोसाइटी के पास 518 करोड़ रुपये का फंड था. इबोबी सिंह 30 जून 2009 से लेकर 6 जुलाई 2017 तक सोसाइटी के चेयरमैन थे. इस मामले में सीबीआई की एफआईआर में चार आईएएस अफसरों- वाईन निंगथेम सिंह, डी.एस पूनिया (पूर्व प्रोजेक्ट डायरेक्टर). पी.सी. लॉमुंगा और नबकिशोर सिंह के भी नाम हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)