दिल्ली हिंसा में जान-माल के नुकसान के साथ ही सार्वजनिक संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है. कई इलाकों से स्कूल जलाए जाने की भी खबरें आई थीं. हिंसा ऐसे समय पर हुई जब बच्चों के बोर्ड एग्जाम चल रहे थे. 26 और 27 फरवरी के बोर्ड एग्जामों को CBSE ने टाल दिया था. अब दिल्ली में हालत लगभग सामान्य हैं, और ऐसे में आगे के एग्जाम के लिए CBSE ने जरूरी निर्देश जारी किए हैं.
CBSE ने बताया है कि दिल्ली पुलिस से सलाह-मशविरा करने के बाद तय हुआ है कि अब बोर्ड एग्जाम सुरक्षित रूप से कराए जा सकते हैं. बोर्ड ने कहा है कि जो छात्र एग्जाम के लिए आ सकते हैं, उनके लिए एग्जाम सुचारु ढंग से कराए जाएंगे.
इसके अलावा CBSE ने कहा है कि नार्थ-ईस्ट दिल्ली में क्लास 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम 2 मार्च से शेड्यूल के मुताबिक ही होंगे.
किसी और तारीख पर एग्जाम कराने को भी तैयार CBSE
बोर्ड का कहना है कि मुश्किल हालात के चलते जो छात्र 7 मार्च तक एग्जाम के लिए नहीं आ सकते, उनके लिए बाद में किसी और तारीख पर एग्जाम कराए जाएंगे. CBSE ने इस व्यवस्था के लिए स्कूल प्रिंसिपलों से ऐसे छात्रों की लिस्ट तैयार करने को कहा है.
हिंसा में 40 से ज्यादा मौतें
दिल्ली हिंसा में 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 250 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. दिल्ली हिंसा मामले की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की 2 SIT गठित की गई हैं. सभी FIR, SIT को ट्रांसफर की गईं हैं. DCP जॉय तिर्की और DCP राजेश देव के नेतृत्व में SIT जांच करेंगी. एडिशनल सीपी क्राइम ब्रांच बीके सिंह इन SIT के काम को सुपरवाइज करेंगे. वहीं, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने सांप्रदायिक हिंसा के मामलों की जांच करने के लिए फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया है
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