उत्तराखंड (Uttrakhand) में चार धाम तीर्थ यात्रियों (Chardham Yatra) को परेशान होना पड़ रहा है. दरअसल उत्तराखंड शासन ने चार धाम तीर्थ यात्रियों के लिए ऑनलाईन रजिस्ट्रेशन के बिना चार धाम के दर्शन पर रोक लगा दी है. यात्रियों की संख्या भी निर्धारित कर दी गई है जिसकी वजह से यात्री अब परेशान हो रहें हैं. यात्रियों की संख्या सीमित होने की वजह से बैरियर पर यात्रियों को रोका जा रहा है और उनकी एडवांस बुकिंग कैंसिल हो रही हैं.
इसके अलावा उतरकाशी जिले के यमुनोत्री राजमार्ग बाधित होने के चलते भी तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
13 घंटे बाद ही दूसरी बार बंद हुआ यमुनोत्री राजमार्ग
बारिश के कारण यमुनोत्री राजमार्ग बार-बार धंस रहा है, जिससे यमुनोत्री धाम की यात्रा पर ब्रेक लग रहा है. यमुनोत्री हाईवे के बाधित होने के कारण यात्रियों को सड़कों पर ही रात गुजरानी पड़ रही है. बीते बुधवार 18 मई को भी यमुनोत्री हाईवे बाधित हुआ था, जो करीब 25 घंटे बाद खोला जा सका था.
25 घंटे के बाद गुरुवार शाम को खुला यमुनोत्री हाईवे 13 घंटे बाद एक बार फिर भूस्खलन के कारण बंद हो गया था. यमुनोत्री हाईवे स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच बंद हुआ है. यमुनोत्री हाईवे के बंद होने के बाद बड़ी संख्या में तीर्थयात्रियों के वाहन सड़क के दोनों ओर फंस गए. राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कर्मचारी मार्ग को खोलने का प्रयास करते रहे.
यमुनोत्री राजमार्ग बार बार बंद होने की वजह से लम्बे जाम से जूझना पड़ता है जिससे चार धाम की यात्रा पर आए यात्रियों को बढ़ी मुश्किलों का सामना करना पढ़ रहा है.
उत्तराखंड में खराब मौसम की मार जारी है. जिसका सीधा असर चारधाम यात्रा पर भी हो रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक लगातार बारिश और जगह-जगह भूस्खलन के चलते यात्रा को रोक दिया गया था. वहीं चमोली में लगातार बारिश के चलते बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हनुमान चट्टी से बद्रीनाथ के बीच, लामबगड़ में खचड़ा नाले में पानी बढ़ने और बलदूड़ा में भूस्खलन के चलते यात्रा रोकी गई थी. यात्रियों को पाण्डुकेश्वर, बद्रीनाथ जोशीमठ, पीपलकोटी, चमोली और गौचर मे रोका गया था.
यात्रा के रजिस्ट्रेशन का स्लॉट भी लगभग पूरा हो चुका है, जिन यात्रियों को स्लॉट नहीं मिल पाया है उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं है. इसलिए ऐसे यात्रियों को रजिस्ट्रेशन काउंटर पर घंटों सामान के साथ बैठकर इंतजार करना पड़ रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बद्रीनाथ के लिए 28 जून से पहले का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है, जबकि केदारनाथ धाम के लिए 6 जून तक स्लॉट फुल है. यमुनोत्री धाम के लिए 16 जून तक और गंगोत्री धाम के लिए एक जून तक स्लॉट फुल है. इससे पहले किसी भी तारीख में किसी भी यात्री का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा. जिससे घर से यात्रा के लिए निकल पड़े यात्री बीच रास्ते में ही फंसने को मजबूर हो रहे हैं.
(इनपुट-मधुसूदन जोशी)
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