चेन्नई पुलिस ने हवाई अड्डे और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के होटल के बाहर कथित रूप से प्रदर्शन की कोशिश कर रहे 11 संदिग्ध तिब्बतियों को हिरासत में लिया है. अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसी होटल में ठहरे हैं.
शी जिनपिंग 11-12 अक्टूबर को तमिलनाडु के तटीय शहर महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी दूसरी अनौपचारिक बैठक कर रहे हैं.
उनके होटल के बाहर तिब्बती झंडे के साथ मौजूद एक प्रदर्शनकारी को पुलिस ने पकड़ा और एक ऑटोरिक्शा में बैठा कर ले गई. चार दूसरे प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लेकर पुलिस वाहन में ले जाया गया. हवाईअड्डा पुलिस ने बताया कि उन्होंने शी के पहुंचने से पहले हवाईअड्डा पर प्रदर्शन की कोशिश कर रहे छह तिब्बतियों को हिरासत में लिया था.
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया
हमने उन्हें अपने पास रखा है. अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.चेन्नई पुलिस
शहर और महाबलीपुरम एक किले में तब्दील हो गये हैं और जिस होटल में जिनपिंग ठहरने वाले हैं उसे बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है.
जिनपिंग का जबरदस्त स्वागत
'अर्जुन की तपोस्थली' माने जाने वाले महाबलीपुरम पहुंचने पर शी जिनपिंग का पीएम मोदी ने जबरदस्त स्वागत किया. उन्हें ‘पंच रथ’ और अर्जुन तपस्या स्थल दिखाने के बाद पीएम मोदी चीनी राष्ट्रपति कोलेकर समुद्र तट के पास बने शोर मंदिर पहुंचे.
वहां विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी जिनपिंग से मुलाकात की. इसके बाद चीन के राष्ट्रपति ने मंदिर परिसर के पास आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया. ये कार्यक्रम कलाक्षेत्र फाउंडेशन के छात्रों ने आयोजित किया था.
मोदी-शी की मुलाकात, कम करेगी तकरार?
एक युद्ध और सीमा पर कई बार प्रहार..भारत-चीन के बीच टकराव का लंबा इतिहास रहा है. जाहिर है चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा अहम है. हाल फिलहाल भी ढेर सारे ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर दोनों देशों के बीच पेंच फंसा हुआ है.
(इनपुट- पीटीआई)
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