चीन ने कहा है कि हांगकांग अपने कानून के मुताबिक पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी की गिरफ्तारी पर फैसला कर सकता है. हांगकांग के स्थानीय कानूनों और चीन के खास प्रशासनिक क्षेत्र के म्यूचुअल ज्यूडीशियल असिस्टेंस एग्रीमेंट के तहत ही नीरव मोदी की गिरफ्तारी पर फैसला हो सकता है. बताया जा रहा है कि नीरव मोदी इन दिनों हांगकांग में है.
पिछले सप्ताह विदेश राज्य मंत्री वी के सिंह ने संसद में कहा था कि उनके मंत्रालय ने पीपुल्स रिपब्लिक चाइना के हांगकांग स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन की सरकार से नीरव मोदी की गिरफ्तारी की मांग की है.
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नीरव मोदी की गिरफ्तारी के लिए भारत सरकार के अनुरोध के बारे में पूछने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने कहा कि वन कंट्री टू सिस्टम और हांगकांग स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजन के बुनियादी कानून के मुताबिक हांगकांग ही गिरफ्तारी पर फैसला ले सकता है. अगर भारत इस संबंध में हांगकांग से अनुरोध मदद करता है तो वह हांगकांग स्पेशल एडमिनिस्ट्रेटिव रीजनल के कानून के हिसाब से फैसला करेगा.
पंजाब नेशनल बैंक से 12,700 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी में नीरव मोदी के खिलाफ जांच की जा रही है. ऐसी खबरें हैं कि नीरव मोदी इस वक्त हांगकांग में है. हांगकांग चीन का विशेष प्रशासनिक क्षेत्र है. बीजिंग के अलावा हांगकांग में भी नीरव मोदी के स्टोर हैं.
ब्रिटेन का उपनिवेश था हांगकांग
हांगकांग पहले ब्रिटिश साम्राज्य का उपनिवेश था. 1842 में ब्रिटेन ने चीन से इसे ले लिया था. 1997 में ब्रिटेन ने इस पर अपना अधिकार छोड़ दिया. विशेष प्रशासनिक क्षेत्र के तौर पर हांगकांग चीन से अलग राजनीतिक और आर्थिक सिस्टम फॉलो करता है.
इनपुट - पीटीआई
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