भारत और चीन के बीच 15 जून को गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद LAC और आसपास के इलाकों में तनाव की स्थिति है. तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के सैन्य अधिकारी बातचीत कर रहे हैं. इस बीच खबर आ रही है कि चीन ने लद्दाख स्थित पैंगोंग सो झील के पास एक मैप लगाया है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, फिंगर 4 और फिंगर 5 के बीच चीन ने मैप के साथ-साथ मैंडरिन में एक बड़ा सा प्रतीक भी लगाया है.
रिपोर्ट का कहना है कि ये दोनों ही चीजें लंबाई में करीब 81 मीटर और चौड़ाई में करीब 25 मीटर हैं और ये इलाके की सैटेलाइट इमेजरी में भी दिख रहे हैं.
कुछ दिन पहले आई तस्वीरों में तिब्बत में चाइनीज फोर्स के ओवरऑल कमांडर वांग हाजियांग को भारत-चीन सीमा की फ्रंटियर पोजीशनों पर चीन के करैक्टर को दोबारा पेंट करते हुए देखा गया था.
फिंगर पैंगोंग सो के करीब के पहाड़ों की शिखर श्रंखला को कहते हैं. भारत का दावा है कि उसके पास फिंगर 1 से 8 तक पेट्रोलिंग करने का अधिकार है. वहीं चीन कहता है कि उसके पास फिंगर 8 से 4 तक अधिकार हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा बाउंड्री फिंगर 4 पर है और चीन की सेना भारतीय सैनिकों को इसके आगे नहीं जाने दे रही है.
इलाके में चीन की भारी मौजूदगी
NDTV की रिपोर्ट बताती है कि इलाके में चीन ने भारी फोर्स जमा कर रखी है. कम से कम 186 टेंट शिखर श्रंखला में देखे जा सकते हैं और ये चीन के इलाके तक फैले हैं.
फिंगर 4 के करीब चीन ने काफी कंस्ट्रक्शन किया है, लेकिन फिंगर 3 से 1 के बीच चीन की सेना की आवाजाही के सबूत नहीं मिले हैं.
तीसरी कॉर्प्स कमांडर स्तर की बैठक
30 जून को चुशुल में भारत और चीन के बीच कॉर्प्स कमांडर स्तर की बैठक शुरू हुई. ये बैठक पूर्वी लद्दाख में LAC पर तनाव कम करने को लेकर हो रही है.
15 जून को गलवान में हुई झड़प के बाद ये दूसरी बैठक है. एक बैठक झड़प से पहले 6 जून को हो चुकी थी.
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