जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी की फोटो शेयर करते हुए उसे अमेरिका यात्रा का बताने पर फंसे शशि थरूर ने अपनी गलती मानी और सफाई दी कि फोटो असल में USSR यात्रा का था. लेकिन थरूर शायद इससे संतुष्ट नहीं हुए और 26 सितंबर को उन्होंने देश के पहले पीएम की यूएस यात्रा में उनके भव्य स्वागत का एक वीडियो शेयर किया और साथ में सोशल मीडिया को दिया एक नया शब्द - 'kerfuffle'.
थरूर ने तो नहीं बताया, लेकिन 'kerfuffle' का मतलब 'हल्ला गुल्ला' होता है.
थरूर ने ट्वीट में लिखा, "ट्विटर पर गलत जगह वाले फोटो के 'kerfuffle' के बाद, ये रही हमारे पीएम की 1949 में अमेरिका यात्रा की तस्वीरें. यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन में नेहरू को सुनने के लिए भारी भीड़ मौजूद थी."
इसके अलावा थरूर ने 1949 में नेहरू का स्वागत करते हुए उस समय के यूएस राष्ट्रपति हैरी ट्रूमन का वीडियो शेयर किया.
थरूर ने एक और वीडियो लिंक पोस्ट किया जिसमें 1956 में उपराष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन, नेहरू और उनकी बेटी इंदिरा गांधी को एयरपोर्ट पर रिसीव कर रहे हैं. इस वीडियो में आगे उस वक्त के यूएस राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर गर्मजोशी से नेहरू का स्वागत करते हुए दिखते हैं.
थरूर यहीं नहीं रुके और तीसरा वीडियो लिंक शेयर किया जिसमें 1961 में नेहरू को जॉन केनेडी से मिलते हुए, भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए और पत्रकारों से बातचीत करते हुए देखा जा सकता है.
कब शुरू हुआ ये 'kerfuffle'?
थरूर के शब्दों में कहा जाए तो ये 'kerfuffle' 22 सितंबर की रात में शुरू हुआ था जब उन्होंने ‘Howdy Modi' इवेंट पर तंज कसते हुए नेहरू और इंदिरा की एक फोटो अमेरिका की बताते हुए शेयर कर दी. जब उन्हें मालूम पड़ा कि जगह गलत बताने की वजह से सोशल मीडिया पर उनका मजाक बन रहा है तो उन्होंने गलती मानते हुए उसे USSR यात्रा के होने का दावा किया.
थरूर को सिर्फ जगह गलत बताने के लिए ट्रोल नहीं किया गया, बल्कि फोटो शेयर करते हुए इंदिरा गांधी का नाम गलत लिखने पर भी उनका मजाक बना. थरूर ने इंदिरा गांधी को 'इंडिया गांधी' लिख दिया था.
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