मध्यप्रदेश में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सीएए और एनपीआर को लेकर अपनी ही पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा है.
भोपाल मध्य सीट से विधायक आरिफ मसूद रतलाम में सीएए के विरोध में जारी एक जनसभा मे पहुंचे थे. मसूद के मुताबिक सीएए और एनपीआर के बहाने बीजेपी नफरत फैला रही है. लेकिन इस दौर में भी कांग्रेस नेता, बीजेपी की गोद में बैठे हैं.
मसूद ने कहा सीएए की लड़ाई संविधान बचाने की लड़ाई है, लेकिन बीजेपी नेता इसे हिंदू-मुस्लिम मुद्दा बनाने पर तुले हुए हैं.
मैं कहना चाहता हूं कि यह देश गांधी की विचारधारा से चलेगा, गोडसे की नहीं. मैं अपने कांग्रेस नेताओं से पूछना चाहता हूं कि आप अपने घरों में क्यों घुसे हुए हैं? एक तरफ के लोग नफरत फैला रहे हैं और आप घरों में छुपे हुए हैं. आप कहां हैं?आरिफ मसूद
मसूद ने आगे कहा, ''आंदोलन दूसरी दिशा में जा रहा है. बीजेपी इसका फायदा उठा रही है. मुख्यमंत्री सही कह रहे हैं. हम गांधी और अंबेडकर के बारे में बात कर रहे हैं. लेकिन आपके कांग्रेस के नेता बीजेपी की गोद में बैठे हुए हैं. इसलिए हमारा आंदोलन कमजोर हो रहा है.''
आरिफ मसूद ने आरोप लगाते हुए कहा, ''हमारी आवाज दबाई जा रही है. हमने कभी नफरत नहीं फैलाई. बीजेपी इस मुद्दे को हिंदू-मुस्लिम की लड़ाई बनाने पर तुली है. जबकि यह अंबेडकर के संविधान बचाने की लड़ाई है.''
देश भर में हो रहा है सीएए और एनपीआर का विरोध
बता दें देशभर में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं. आरिफ मसूद ने भी भोपाल में नो नो सीएए, नो एनआरसी, नो एनपीआर का कैंपेन चलाया था. उन्होंने तो यहां तक कहा था कि अगर राज्य में सरकार एनपीआर लागू करती है, तो वे अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. हालांकि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ साफ कर चुके हैं कि प्रदेश में एनपीआर लागू नहीं किया जाएगा.
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