नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के हिंसा-प्रभावित इलाके 27 और 28 फरवरी को लगभग शांत रहे. स्थानीय लोग सड़कों पर दिखे, हालांकि पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी भारी संख्या में मौजूद रहे. इलाके में दुकानें बंद रही लेकिन जिंदगी सामान्य होती दिख रही है. फिर भी जले हुए घर, फूंके गईं गाड़ियां, तोड़ी गई दुकानें और लोगों की आंखों में खौफ का मंजर अब भी इलाके में साफ दिखता है.
दिल्ली में 23 से 26 फरवरी के बीच भयानक हिंसा हुई है. नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली की घनी आबादी वाले इलाके जैसे- जाफराबाद और करावल नगर में सांप्रदायिक हिंसा हुई. इसमें अब तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
कालिख में लिपटी हुईं इमारतें
भजनपुरा
वजीराबाद रोड पर भजनपुरा में स्थित पेट्रोल पंप पर अब बस सात जली हुईं गाड़ियां और जले हुए पेट्रोल की महक ही रह गई है. ये पेट्रोल पंप चांदबाग के पास है, जो हिंसा का केंद्र रहा था. इस पंप को आग लगाए जाने का वीडियो 24 फरवरी को वायरल हो गया था. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस पंप पर 50-60 लोग काम करते थे, जो अब बेरोजगार हो गए हैं.
चांद बाग
चांदबाग में दयालपुर मेन रोड पर जली हुई दुकानें और घर रह गए हैं. दुकानदार अपनी दुकानों में बचे-खुचे सामान इकट्ठा कर रहे हैं. स्थानीय लोग अपनी बालकनी और गेट के पीछे खड़े मीडिया और पैरामिलिट्री बलों को आते-जाते देखते रहे.
खजूरी खास-चांदबाग इंटरसेक्शन चांदबाग को वजीराबाद रोड से जोड़ता है. इस इंटरसेक्शन पर एक छोटी सी दरगाह है, जिसे हिंसा के दौरान तोड़ दिया गया. स्थानीय मुस्लिम यहां प्रार्थना के लिए लाइन लगाते थे. सड़क पर जली हुई गाड़ियां बिखरी पड़ी हैं.
बृजपुरी
बृजपुरी में डी-ब्लॉक मेन रोड पर अरुण मॉडल पब्लिक स्कूल को भीड़ ने पत्थर और पेट्रोल बम से तबाह कर दिया है. स्कूल के अंदर सभी गाड़ियां जल के राख बन गई हैं और कई क्लासरूम और प्रिंसिपल का कमरा भी जल गया है. स्कूल पर जिस वक्त हमला हुआ था, उसमें कोई नहीं था. करीब में ही एक मस्जिद है, वो भी जलाई गई है.
शिव विहार
शिव विहार की सड़कें पहचान में नहीं आ रहीं हैं. सड़कों पर जला हुआ सामान पड़ा है. दुकान और घरों के एंट्रेंस को ईंट और पत्थर के ढेरों ने रोक रखा है.
शिव विहार तिराहा इलाके में एक गेराज को 25 फरवरी को भीड़ ने जला डाला.
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