फरार कारोबारी माल्या और वित्तमंत्री अरुण जेटली की मुलाकात पर संग्राम थमने का नाम नहीं ले रहा है. अब कांग्रेस के सवाल के बाद बीजेपी ने जवाबी हमला किया है, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया है कि साल 2010 से ही कांग्रेस की सरकार ने विजय माल्या और किंगफिशर एयरलाइंस के लिए सारे नियमों का उल्लंघन किया है. गोयल ने कहा कि कांग्रेस बीजेपी पर आरोप लगाकर अपने पाप छिपाने की कोशिश कर रही है.
इससे पहले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री जेटली से पूछा की माल्या को खुद भगाया गया या पीएम मोदी के कहने पर. राहुल गांधी ने मामले की जांच की भी मांग की. कांग्रेस नेता पी एल पूनिया का दावा है कि वो जेटली और माल्या की मुलाकात के चश्मदीद हैं. उनके सामने दोनों के बीच करीब 20 मिनट की मुलाकात हुई.
इन सबके बाद ट्विटर पर कांग्रेस ने एक पोस्टर जारी कर पूरे मामले को 'गोलमाल' करार दे दिया है.
बीजेपी ने क्या नए आरोप लगाए?
बीजेपी ने आरोप लगाया कि यूपीए सरकार ने कर्ज में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस को बनाए रखने के लिए उसे साथ राहतभरा सौदा किया. आरोप है कि वो एयरलाइन शायद गांधी परिवार के मलिकाना हक वाली है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए एक हवाला कारोबारी के कथित इकबालिया बयान को पेश किया.
पात्रा ने दावा किया कि किंगफिशर एयरलाइन और उसके प्रमोटर विजय माल्या के मामले में हर बार राहुल गांधी बचाव की स्थिति में रहे और पूरे गांधी परिवार ने एयरलाइन से यात्रा की और उनकी यात्रा को मुफ्त में बिजनेस क्लास में करायागया. पात्रा ने कहा कि पूरा गांधी परिवार राहतभरे सौदे के तहत माल्या और किंगफिशर की मदद कर रहा था.
कांग्रेस ने मांगा जेटली का इस्तीफा
इससे पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि खुलासे के बाद जेटली को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए और इस बात की जांच होनी चाहिए कि आखिर एक अपराधी ने देश से फरार होने के पहले वित्त मंत्री से क्यों मुलाकात की? क्या साठगांठ थी दोनों के बीच?
क्यों मचा है बवाल?
देश के कई बैंकों से हजारों करोड़ का लोन लेकर विजय माल्या 2 मार्च 2016 को ही देश से फरार हो गया है. लंदन में रह रहा है और वहीं की एक कोर्ट में उसके प्रत्यर्पण का मामला चल रहा है. 12 सितंबर को इस मामले में सुनवाई थी, इस दौरान माल्या ने कहा कि देश छोड़ने से पहले राहुल ने उनसे मुलाकात की थी.
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