केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को डॉक्टरों के एक समूह और भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) के प्रतिनिधियों से बातचीत की और कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में उनके योगदान को सराहा. इसके साथ ही शाह ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा भी दिलाया.
गृह मंत्री की डॉक्टरों के साथ यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब देशभर से कोरोना वायरस से लोहा ले रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले की खबरें आ रही हैं.
बता दें कि गृह मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए डॉक्टरों और आईएमए के प्रतिनिधियों से बातचीत की.
शाह ने डॉक्टरों से अपील की कि वे प्रतीकात्मक विरोध प्रदर्शन ना करें क्योंकि सरकार डॉक्टरों के साथ है.
आईएमए कोरोना वायरस संकट के दौरान अपने ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों पर हो रहे हमलों के विरोध में एक प्रदर्शन की योजना बना रहा था. दरअसल कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार, मारपीट और उन पथराव की रिपोर्ट्स देश के कई हिस्सों से आ रही हैं.
शिलॉन्ग और चेन्नई में कोरोना वायरस के कारण जान गंवाने वाले दो डॉक्टरों के परिजनों को उनका अंतिम संस्कार करने तक में भरी दिक्कत का सामना करना पड़ा था क्योंकि स्थानीय लोगों का कहना था कि मृतकों को उनके इलाकों में दफनाए जाने से वहां कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा हो सकता है.
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