कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से CBSE के बोर्ड एग्जाम बाकी रह गए हैं. हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन (HRD) मंत्री रमेश पोखरिया निशंक ने इन एग्जाम के लॉकडाउन के बाद कराने के संकेत दिए थे. अब दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने 28 अप्रैल को HRD मंत्री से कहा कि अब क्लास 10 और 12वीं के एग्जाम कराने मुमकिन नहीं है.
सिसोदिया ने सुझाव दिया कि बचे हुए एग्जाम अब कराना मुमकिन नहीं होगा और बच्चों को प्रमोट कर देना चाहिए. सिसोदिया ने ये सुझाव HRD मंत्री की राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक में दिया.
सिसोदिया ने क्या सुझाव दिए?
मनीष सिसोदिया ने ट्विटर पर इस बैठक के बारे में जानकारी दी है. सिसोदिया ने लिखा,"आज बैठक में दिल्ली सरकार की तरफ से कहा गया कि अब क्लास 10 और 12वीं के बचे हुए बोर्ड एग्जाम कराना मुमकिन नहीं होगा. छात्रों को इंटरनल एग्जाम में प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट कर दिया जाए, जैसे की क्लास 9 और 11वीं के साथ किया गया है."
एक और ट्वीट में सिसोदिया ने पाठ्यक्रम को कम करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा, "अगले सेशन के लिए पाठ्यक्रम को 30 प्रतिशत कम कर देना चाहिए और JEE-NEET जैसे एग्जाम कम किए गए सिलेबस के आधार पर कराए जाएं."
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने दूरदर्शन और AIR एफएम रेडियो पर रोजाना तीन घंटे का समय मांगा है. सिसोदिया ने कहा, "इस समय में दिल्ली सरकार के शिक्षक बच्चों के लिए ऑन-एयर क्लास चलाया करेंगे."
आंसर शीट का मूल्यांकन शुरू किया जाए: HRD मंत्री
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सोमवार 27 अप्रैल को फेसबुक लाइव करते हुए कहा कि हम कोशिश कर रहे हैं कि सीबीएसई बोर्ड 10वीं 12वीं के जो पेपर हो चुके हैं, उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन का कार्य शुरू कर दिया जाए.
उन्होंने कहा, "हालात सामान्य होते ही सीबीएसई के 29 विषयों की परीक्षाएं शुरू होंगी. विद्यार्थी अपनी पढ़ाई जारी रखें. हालात सामान्य होने के बाद इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन और नीट प्रवेश परीक्षा का नया कार्यक्रम भी जारी किया जाएगा."
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