भारत में COVID-19 के मामले दोगुने होने की दर सुधरकर 11 दिन हो गई है जो लॉकडाउन शुरू होने से पहले 3.4 दिन थी. वहीं संक्रमण से मौत के मामलों की दर 3.2 फीसदी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को यह जानकारी दी.
देश में COVID-19 के रोगियों के ठीक होने की दर भी पिछले 14 दिन में क्रमिक रूप से 13.06 फीसदी से सुधार के बाद 25 फीसदी से ज्यादा हो गई है.
COVID-19: मृतकों में 65 फीसदी पुरुष
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने गुरुवार को कहा कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण से मौजूदा मृत्यु दर 3.2 फीसदी है, जहां मृतकों में 65 फीसदी पुरुष और 35 फीसदी महिलाएं हैं.
अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर हम उम्र के आधार पर संख्या को विभाजित करें तो मौत के 14 फीसदी मामले 45 साल की उम्र से कम के हैं, 34.8 फीसदी मामले 45-60 साल की आयुवर्ग के रोगियों के हैं और 51.2 फीसदी मौत के मामले 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों के हैं.’’
अग्रवाल ने कहा, ‘‘मौत के मामलों को हम 60 साल से ज्यादा उम्र के आयुवर्ग में भी देखें तो 42 प्रतिशत मामले 60-75 साल के हैं और 9.2 प्रतिशत 75 साल से अधिक के लोगों के हैं.’’
उन्होंने कहा कि संक्रमण से मौत के 78 फीसदी मामलों में रोगियों को मधुमेह, उच्च रक्तचाप, किडनी और हृदय संबंधी गंभीर रोग होने का भी पता चला है और इस लिहाज से ज्यादा उम्र और बाकी गंभीर बीमारियां जोखिम वाले कारक हैं.
7 राज्यों में मामलों के दोगुने होने की दर राष्ट्रीय औसत से कम
लव अग्रवाल ने बताया कि 7 राज्यों में COVID-19 के मामलों के दोगुने होने की दर राष्ट्रीय औसत से कम है. उन्होंने कहा कि दिल्ली (11.3), उत्तर प्रदेश (12),जम्मू कश्मीर (12.2), ओडिशा (13), राजस्थान (17.8), तमिलनाडु (19.1) और पंजाब (19.5) में मामलों की संख्या दोगुनी होने की दर 11-20 दिन है.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि कर्नाटक (21.6), लद्दाख (24.2), हरियाणा(24.4), उत्तराखंड (30.3) और केरल (37.5) में मामलों की संख्या 20 से 40 दिन में दोगुनी हो रही है.
अग्रवाल ने कहा कि असम, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में यह दर 40 दिन से भी ज्यादा है.
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