भारत में कोविड की दूसरी लहर के बीच, सरकार ने मास्क पहनने को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की हैं. सरकार ने पब्लिक स्पेस, आउटडोर और इनडोर इवेंट्स को लेकर बताया है कि कब लोगों को मास्क पहनना चाहिए और कब नहीं.
इसके मुताबिक, अगर आप बाहर हैं और उचित दूरी नहीं बनाई है, तो मास्क पहनना जरूरी है.
अगर आप बाहर हैं और उचित दूरी बनाए हुए हैं, तो मास्क की जरूरत नहीं है. हालांकि, भारतीय संदर्भ में ये गाइडलाइन सवाल पैदा करने वाली है, क्योंकि भारत में शहरों में भी ज्यादातर इलाके इतने खुले नहीं हैं कि वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके.
अगर आप इनडोर हैं और सोशल डिस्टेंसिंग नहीं है, तो भी मास्क पहनना जरूरी हो जाता है.
सरकार ने आउटडोर एक्टिविटी को लेकर भी बताया है कि कब संक्रमण का खतरा कम और कब ज्यादा हो जाता है. इसके मुताबिक, बाहर कुत्ते को वॉक पर ले जाना, साइकिल/बाइक चलाना, पहाड़ पर चढ़ना और परिवार/वैक्सीनेटेड दोस्तों के साथ पिकनिक के दौरान कोविड संक्रमण का खतरा कम रहता है.
हालांकि, यहां फिर इस बात पर गौर करना जरूरी है कि अगर लोग साइकिल चलाने निकल रहे हैं, तो सड़क या मैदान पर उनकी तादाद कितनी है. ये नियम-कायदे यूरोपीय देशों में समझ आते हैं, क्योंकि उनकी आबादी कम है और पब्लिक स्पेस खुली-खुली हैं. लेकिन भारत जैसे देश में, जिसकी आबादी 130 करोड़ है और शहरों में जगह/पार्क की भयंकर कमी है, वहां संक्रमण का खतरा फिर भी बने रहने की उम्मीद है.
आउटडोर एक्टिविटी में कुछ ऐसी भी हैं, जिसमें संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसमें मेट्रो/सबवे में बिना मास्क के सफर, पब में जाने जैसे गतिविधियों में संक्रमण का काफी खतरा रहता है.
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