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कोरोना की टेस्टिंग ही हथियार, 1 महीने पहले जहां थे वहीं हैं- सरकार

एनवायरमेंट सेक्रेटरी ने माना टेस्टिंग ही कोरोना से बचने का हथियार

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कोरोना वायरस को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया गया कि पिछले 24 घंटे में 1409 नए केस सामने आए हैं. वहीं तेजी से लोग रिकवर भी हो रहे हैं. रिकवरी रेट 19.89 तक पहुंच चुका है. एनवायरमेंट सेक्रेटरी ने कहा कि हमारे सामने कोरोना एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए सबसे बड़ा हथियार टेस्टिंग ही है. उन्होंने ये भी बताया कि अन्य बड़े देशों के मुकाबले हमारे देश में हालात फिलहाल बेहतर हैं.

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एनवायरमेंट सेक्रेटरी सीके मिश्रा ने बताया कि, "आंकड़ों से थोड़ा अलग हटकर हमें इस बात की चर्चा करनी चाहिए कि हमारी रणनीति और हमारी तैयारी क्या है. कई देशों में जहां हमसे भी कई गुना बेहतर सुविधाएं हैं वो भी इस वायरस की चपेट में हैं. लॉकडाउन का एक महीना पूरा हो चुका है. पिछले एक महीने में हम संक्रमण फैलने की रफ्तार को रोकने में कामयाब हुए हैं.

एनवायरमेंट सेक्रेटरी ने आगे कहा,

“कोरोना में जो हमने एक अहम हथियार इस्तेमाल किया है वो टेस्टिंग है. 23 मार्च को पूरे देश में 14915 टेस्ट किए थे, वहीं 23 अप्रैल को हमने 5 लाख से ज्यादा टेस्ट कर लिए हैं. लेकिन हमें ये मानना होगा कि ये काफी नहीं है. हम लगातार टेस्टिंग जारी रखेंगे. पिछले तीस दिनों में हम लगभग उसी जगह हैं, जहां हम एक महीने पहले थे. एक महीने पहले भी टेस्टिंग के प्रतिशत में पॉजिटिव केस की संख्या वही थी जो आज है.”
सीके मिश्रा, एनवायरमेंट सेक्रेटरी

कई जिलों में नहीं आ रहे केस

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से दी गई जानकारी में बताया गया कि देश में 78 ऐसे जिले हैं जहां 14 दिनों से कोई भी केस नहीं आए हैं. इसमें 33 नए जिले जुड़े हैं. वहीं कई ऐसे जिले भी हैं जो कोरोना से मुक्त हो चुके हैं. यानी वहां एक महीने से ज्यादा वक्त से कोई भी नया मामला सामने नहीं आया है.

गृहमंत्रालय की तरफ से दी जानकारी के मुताबिक देश में कुछ घटनाओं को छोड़कर बाकी लॉकडाउन सही चल रहा है. बताया गया कि 22 अप्रैल तक मनरेगा के तहत डेढ़ करोड़ से अधिक श्रम दिवस हो चुके हैं. वहीं कंटेनमेंट जोन के अलावा बाकी जगहों पर औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो रही हैं. सड़क निर्माण, सीमेंट फैक्ट्री आदि से संबंधित कार्य भी शुरू हो चुके हैं. कई कार्यों में प्रवासी मजदूरों को भी रोजगार दिया जा रहा है.

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