कोरोना वायरस के प्रकोप से पूरा देश परेशान है. लॉकडाउन होने की वजह से शहरों में काम करनेवाले मजदूर गांव की ओर पलायन कर रहे हैं. हालांकि सरकार ने उन्हें जहां है वहीं रुकने को कहा है. लेकिन वे सैकड़ों किलोमीटर दूर गांव पैदल ही जाने को तैयार हैं. क्योंकि उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं हैं. ऐसे ही एक मजदूर जो अपने गांव पैदल जा रहा था उसकी मौत रास्ते में ही हो गई. हिदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 200 किलोमीटर चलने के बाद शख्स की दिल्ली-आगरा हाईवे पर मौत हो गई.
खबरों के मुताबिक, घर पहुंचने के लिए 200 किलोमीटर की दूरी तय करने वाले 38 साल के रणवीर सिंह की शनिवार सुबह दिल्ली-आगरा हाईवे पर मौत हो गई. वह मध्य प्रदेश के मुरैना जिले का रहनेवाला था.
रणवीर शुक्रवार (27 मार्च) को गांव जाने के लिए दिल्ली से निकला था. 200 किलोमीटर चलने के बाद मुरैना पहुंचने में अभी 100 किलोमीटर बाकी था तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई.
रणवीर के सीने में हुआ था दर्द
रणवीर सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, जिसके बाद उसके शव को परिजनों को सौंपा जाएगा. रणवीर के साथ जा रहे दो लोगों ने पुलिस को बताया कि गिरने से पहले रणवीर ने सीने में दर्द की शिकायत की थी.
होटल में काम करता था रणवीर
पुलिस ने बताया कि, रणवीर सिंह दिल्ली के तुगलकाबाद इलाके में एक होटल में काम करता था. लेकिन देशभर में लॉकडाउन के बाद होटल ने उसकी छुट्टी कर दी थी, जिसके बाद रणवीर ने फैसला किया कि वह अपने गांव मुरैना जाएगा. लेकिन सभी बस और वाहन बंद होने के चलते वह मुरैना पहुंचने के लिए वह 300 किलोमीटर पैदल ही निकल गया.
पुलिस ने बताया कि वह 200 किलोमीटर चलने के बाद एक जगह रूका था और जब वह फिर आगे बढ़ा तो उसके सीने में दर्द हुई थी. पुलिस जब उसके पास पहुंची तो वह मर चुका था. इसलिए उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. पुलिस ने रणवीर के परिवारवालों को उसके फोन में मिले नंबर से सूचना दी.
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