“भारत में तीन चौथाई हिंदुओं का मानना है कि देश में सभी धर्म एक समान है. जबकि बीस फीसदी लोगों की राय इस मुद्दे पर अलग है.” ये दावा सेंटर फॉर स्टडीज ऑफ डेवलपमेंट सोसाइटीज (CSDS) ने सोशल मीडिया पर किए गए अपने सर्वे के आधार पर किया है.
सीएसडीएस ने ये सर्वे देश में राजनीतिक मिजाज को भांपने के उद्देश्य से किया है. साथ ही इसमें मौजूदा राजनीतिक माहौल में सोशल मीडिया और स्मार्टफोन का मतदाताओं पर होने वाले असर का आकलन करना भी शामिल है.
सर्वे के जरिए अलग-अलग विचारधारा रखने वाले लोगों की संख्या जानने की कोशिश की गई है. एक विचारधारा है 'भारत सिर्फ हिंदुओं का है' और दूसरी विचारधारा है 'भारत सभी धर्म के लोगों का है'.
- CSDS की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करने वाले 17 फीसदी लोगों का मानना है कि 'भारत सिर्फ हिंदुओं का है'. जबकि सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वाले 19 फीसदी लोगों ने यही बात कही.
- सोशल मीडिया इस्तेमाल नहीं करने वाले 73 फीसदी लोगों का मानना है 'भारत सभी धर्म के लोगों का है'. जबकि 75 फीसदी सोशल मीडिया यूजर्स भी इसी तरह की विचारधारा रखते हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सर्वे से ये साबित होता है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों की सोच पर असर डालता है. क्योंकि सोशल मीडिया हमें प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है, जहां हम अपने विचार रख सकते हैं और दूसरों के विचारों को शेयर कर सकते हैं.
- सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहने वाले 28 फीसदी लोगों का मानना है कि 'मुस्लिम ज्यादा देशभक्त हैं'. इसी कैटेगरी के 15 फीसदी लोग बिल्कुल विपरीत नजरिया रखते हैं.
- सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करने वाले 21 फीसदी लोगों का मानना है कि 'मुस्लिम ज्यादा देशभक्त हैं'. लेकिन 12 फीसदी लोग मुस्लिम को देशभक्त नहीं मानते हैं.
सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल करने वाले 28 फीसदी लोगों ने माना कि मुस्लिम ज्यादा राष्ट्रवादी होते हैं. जबकि 15 फीसदी लोगों की राय इससे उलट थी. सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करने वाले 21 फीसदी लोग मानते हैं कि मुस्लिम ज्यादा राष्ट्रवादी होते हैं. जबकि 12 फीसदी लोग इससे विपरीत राय रखते हैं.
26 राज्यों के 211 संसदीय क्षेत्रों में हुआ सर्वे
सीएसडीएस ने इसी साल अप्रैल-मई के बीच देश के 26 राज्यों में 211 संसदीय क्षेत्रों में ये सर्वे किया. ये सर्वे 24,236 मतदाताओं की राय के आधार पर तैयार किया गया है. सीएसडीएस ने सोशल मीडिया में फेसबुक, ट्विटर के अलावा व्हाट्सअप, इंस्टाग्राम और यूट्यूब इस्तेमाल करने वाले लोगों को शामिल किया है.
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