उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन दलित लोगों के साथ मारपीट की खबर सामने आई है. तीनों के साथ मारपीट की गई, जबरन सिर मुंडवा दिया गया और गले में जूते टांगकर उन्हें घुमाया गया. ये घटना लखनऊ के बरौली खलिलाबाद गांव में 4 जून की बताई जा रही है.
स्थानीय पुलिस ने क्विंट को बताया कि ये घटना 4 जून की है, जब तीन दलित लोगों को कथित तौर पर एक ब्राह्मण शख्स के घर से पंखा चुराते हुए देखा गया.
PGI पुलिस स्टेशन इंचार्ज केके मिश्रा ने बताया,
“परिवार के तीन लोगों को पकड़ने के बाद, गांव के और लोग भी इकट्ठा हो गए और फिर भीड़ ने उन्हें पीटना शुरू कर दिया. उन्हें और अपमानित करने के लिए, उन्होंने उनका सिर मुंडवा दिया और गले में चप्पलें टांगकर उन्हें गांव में घुमाया.”
मिश्रा ने बताया कि दोनों ही पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा, "तीनों लोगों पर चोरी का मामला दर्ज किया गया है, और उन्हें अपमानित करने वाले दो आरोपियों पर भी आईपीसी और एस/एसटी एक्ट की कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. हम बाकी लोगों की पहचान के लिए वीडियो और फोटो देख रहे हैं."
वहीं, भीम आर्मी चीफ चंद्र शेखर आजाद ने भी घटना का वीडियो शेयर करते हुए पूछा, "यूपी के लखनऊ, पीजीआई थाना क्षेत्र में ब्राह्मणवादियों ने ऊना कांड को दोहराया है. 21वीं सदी में भी मनुस्मृति का दंभ पाले ये लोग सत्ता के नशे में मदमस्त हैं."
2016 में, गुजरात के ऊना में गोरक्षा के बहाने एक दलित परिवार के सात लोगों को सार्वजनिक उत्पीड़न किया गया था. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद, देशभर में जातिगत भेदभाव के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ था.
ये पिछले एक हफ्ते में उत्तर प्रदेश में दलितों के साथ हुई उत्पीड़न की दूसरी घटना है. 6 जून को यूपी के अमरोहा जिले में एक 17 साल के दलित लड़के की इसलिए गोली मारकर हत्या कर दी गई, क्योंकि वो मंदिर में प्रवेश कर रहा था.
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