भारत की पब्लिक ब्रॉडकास्टर सर्विस, प्रसार भारती ने चेन्नई में दूरदर्शन के प्रोग्राम असिस्टेंट प्रोग्राम डायरेक्टर आर वासुमति के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. ऐसा इसलिए किया क्योंकि 30 सितंबर को चेन्नई में IIT मद्रास के रिसर्च सेंटर में आयोजित सिंगापुर-इंडिया हैकाथॉन 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भाषण, डीडी पोढ़ीगई पर लाइव टेलीकास्ट करने में वो नाकाम रही थीं. हालांकि वासुमति को दिए गए आदेश में साफ तौर पर उन्हें सस्पेंड किए जाने का कारण नहीं बताया गया है.
आदेश में क्या कहा गया
प्रसार भारती की तरफ से जारी आदेश में केवल इतना बताता गया है कि वासुमति के खिलाफ एक अनुशासनात्मक सुनवाई शुरू की गई है और जब तक यह चल रहा है, उन्हें सेंट्रल सिविल सर्विसेस रूल्स (क्लासिफिकेशन, कंट्रोल और अपील), 1965 के अनुसार सस्पेंशन के तहत रखा जाएगा. इस आदेश को प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेम्पती ने साइन किया है.
प्रसार भारती के एक शीर्ष सूत्र के मुताबिक, वासुमति को निलंबन के तहत रखा गया है, और हैकथॉन के हिस्से को टेलीकास्ट नहीं करने के उनके फैसले को ‘विलफुल इनसबऑर्डिनेशन’ करार दिया गया है.
प्रसार भारती के एक सूत्र ने बताया, "साफ तौर पर निर्देश दिए जाने के बावजूद वो भाषण को लाइव टेलीकास्ट करने में नाकाम रहीं."
'सस्पेंशन जांच का हिस्सा है'
प्रधानमंत्री मोदी ने 30 सितंबर को चेन्नई में तीन सभाओं को संबोधित किया था. डीडी पोढीगई ने इन दो सभाओं का सीधा प्रसारण किया था, लेकिन हैकथॉन के केवल एक हिस्से का लाइव टेलीकास्ट किया गया. जब पीएम चेन्नई हवाई अड्डे पर उतरे थे और वहां पर बीजेपी समर्थकों की भीड़ को संबोधित किया था, तब चैनल ने उसका सीधा प्रसारण किया था.
बाद में, उन्होंने आईआईटी-मद्रास में आयोजित सिंगापुर-भारत संयुक्त हैकाथॉन के दूसरे एडिशन के विजेताओं को सम्मानित किया. और फिर वे मुख्य अतिथि के रूप में आईआईटी-मद्रास के 56वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में शामिल हुए.
यह पूछे जाने पर कि क्या इस तरह सस्पेंड किया जाना कठोर प्रतिक्रिया थी, सूत्र ने कहा, "सरकार निलंबन को सजा के रूप में नहीं देखती है, और जब तक जांच चल रही है, यह उसी प्रक्रिया का एक हिस्सा है."
(ये खबर द न्यूज मिनट से ली गई है)
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