केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 8 फरवरी को जानकारी दी कि पिछले साल 2020 में पाकिस्तान की तरफ से 5,133 बार सीजफायर उल्लंघन हुए. सिंह ने बताया कि इन घटनाओं में 46 सुरक्षा बलों की मौत हुई थी.
राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में रक्षा मंत्री ने कहा कि सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं का जरूरत पड़ने पर सुरक्षा बल 'उपयुक्त प्रतिक्रिया' दे रहे हैं.
‘इसके अलावा सभी सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं पर उपयुक्त स्तर पर स्थापित हॉटलाइन प्रक्रिया, फ्लैग मीटिंग और दोनों देशों के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स के बीच होने वाली साप्ताहिक बातचीत में पाकिस्तानी अथॉरिटीज से बात की गई है.”राजनाथ सिंह, केंद्रीय रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने कहा, "कूटनीतिक रूप से भारत ने उच्चतम स्तर पर बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि पाकिस्तान को LoC और इंटरनेशनल बॉर्डर की पवित्रता बनाए रखने की जरूरत है."
राजनाथ सिंह ने बताया कि इस साल 28 जनवरी तक सीजफायर उल्लंघन की 299 घटनाएं हो चुकी हैं. आधिकारिक डेटा के मुताबिक, 2019 में पाकिस्तान ने 3233 बार सीजफायर उल्लंघन किया था.
कितने आतंकी मारे गए?
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किसान रेड्डी ने राज्यसभा में बताया कि साल 2019 में 157 आतंकियों को मार गिराया गया था. रेड्डी ने बताया कि साल 2020 में ये आंकड़ा 221 पहुंच गया था.
“2019 में आतंकियों की हिंसा के 594 मामले सामने आए थे. जबकि 2020 में ये घटकर सिर्फ 244 रह गए.”
जी किसान रेड्डी ने कहा, "2020 में जहां पत्थरबाजी की 327 घटनाएं हुई थीं, वहीं 2019 में इन घटनाओं की संख्या 2,009 थी."
रेड्डी ने राज्यसभा को बताया कि 2019 में पाकिस्तान की तरफ से हुई सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं में 127 लोग घायल हुए थे. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा, "साल 2020 में इन घटनाओं में सिर्फ 71 लोग ही घायल हुए."
जी किसान रेड्डी ने बताया कि 2019 में घुसपैठ की 216 बार कोशिश की गई थी, जबकि 2020 में ऐसी 99 कोशिशें हुई थीं.
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