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NCR में हवा हुई जहरीली, पीएम के प्रधान सचिव ने बुलाई आपात बैठक

वायु प्रदूषण के बीच EPCA ने 1 नवंबर को किया था हेल्थ इमरजेंसी का ऐलान

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भारत
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दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण का कहर लगातार जारी है. 3 नवंबर की सुबह गाजियाबाद और नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 600 के स्तर को भी पार कर गया. ऐसे में पीएम के प्रधान सचिव और कैबिनेट सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आपात बैठक बुलाई है.

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बात दिल्ली की करें तो 3 नवंबर की सुबह धीरपुर में AQI 509, दिल्ली यूनिवर्सिटी इलाके में 591 और चांदनी चौक इलाके में 432 दर्ज किया गया. कम दृश्यता के चलते दिल्ली एयरपोर्ट से 32 फ्लाइट डायवर्ट की गई हैं.

हवा की बिगड़ी क्वालिटी की वजह से नोएडा में 5 नवंबर तक सभी स्कूल बंद रहेंगे.

0 से 50 के बीच के AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 को ‘गंभीर’ और 500 से ऊपर को अति गंभीर आपात स्थिति की श्रेणी में रखा जाता है. 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण को लेकर कहा है, ''पंजाब के सीएम ने भी चिंता जताई है. राहत के लिए केंद्र को तत्काल कदम उठाने चाहिए. हम सभी पहल में केंद्र का सहयोग करेंगे.''

इसके अलावा केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों से कहा,

‘’हम हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते. कल (4 नवंबर) से ऑड-ईवन स्कीम लागू हो रही है. अपने परिवार की खातिर, दिल्ली के लोगों की खातिर ऑड-ईवन का पालन करें.मैं भी ऑड-ईवन का पालन करूंगा, मेरे मंत्री भी इसका पालन करेंगे.’’
अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली

बता दें कि 1 नवंबर को पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम और नियंत्रण) प्राधिकरण (EPCA) ने दिल्ली-NCR में हेल्थ इमरजेंसी घोषित की थी और कंस्ट्रक्शन पर 5 नवंबर तक रोक लगा दी. EPCA ने दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिवों को लेटर लिखे थे. इस लेटर में EPCA चेयरमैन भूरे लाल ने कहा था

‘’दिल्ली-NCR में हवा की क्वालिटी और खराब हो गई. ऐसे में हमें इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के तौर पर लेना होगा, क्योंकि इसका हमारी सेहत, खासकर बच्चों की सेहत पर काफी बुरा असर होगा.’’
भूरे लाल, EPCA चेयरमैन

इसके साथ ही उन्होंने कहा था, ''इन परिस्थितियों में दिल्ली, फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंस्ट्रक्शन की गतिविधियां 5 नवंबर की सुबह तक बंद रहेंगी.''

EPCA ने निर्देश दिया था कि फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा, बहादुरगढ़, भिवाड़ी, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत, पानीपत में कोयला और दूसरे फ्यूल पर आधारित सभी इंडस्ट्री, जो अभी तक नेचुरल गैस या एग्रो रेजीड्यू पर शिफ्ट नहीं हुई हैं, 5 नवंबर तक बंद रहेंगी. इस दौरान दिल्ली में भी वो इंडस्ट्री बंद रहेंगी जो पाइप्ड नेचुरल गैस पर शिफ्ट नहीं हुई हैं.

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