दिल्ली में अपराध को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली पुलिस के बीच ‘ट्विटर वॉर’ छिड़ गया है. दरअसल 23 जून को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में स्थित एक घर से बुजुर्ग दंपति और उनकी नौकरानी के खून से लथपथ शव मिले. इसके चंद घंटों बाद केजरीवाल ने ट्वीट कर पूछा कि दिल्लीवासी सुरक्षा के लिए किसका दरवाजा खटखटाएं. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने भी ट्वीट किया और कुछ आंकड़ों के साथ केजरीवाल को जवाब दिया. इससे पहले भी केजरीवाल और दिल्ली पुलिस ट्विटर पर आमने-सामने आ चुके हैं.
दिल्ली में तेजी से बढ़ते अपराध के कारण स्थिति भयावह होती जा रही है. वसंत विहार इलाके में एक बुजुर्ग दंपति और उनकी नौकरानी की हत्या सहित 24 घंटे के भीतर शहर में 9 लोगों की हत्या हो गई. दिल्लीवासी सुरक्षा के लिए किसका दरवाजा खटखटाएं?अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली
केजरीवाल के ट्वीट का जवाब देते हुए दिल्ली पुलिस ने भी एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उसने लिखा, "दिल्ली में अपराधों की ऐसी बढ़ोतरी नहीं हुई है. साल 2018 की तुलना में जघन्य अपराधों की संख्या में 10 फीसदी कमी आई है. बुजुर्गों के खिलाफ अपराध में भी 22 फीसदी कमी आई है."
इससे पहले 14 जून को भी दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल के एक ट्वीट का जवाब आंकड़ों के साथ दिया था. उस ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा था, ''दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 5 हत्याओं का होना काफी गंभीर परिस्थिति है. मैं दिल्ली के उपराज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्रालय से अपील करता हूं कि वो तुंरत राष्ट्रीय राजधानी की कानून व्यवस्था पर ध्यान दें.’’
दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल के इस ट्वीट का जवाब देते हुए कहा था, ‘’2019 में जघन्य अपराधों में 10.5 फीसदी की कमी आई है. फायर आर्म्स के इस्तेमाल से हुए अपराधों में 5.65 फीसदी की कमी आई है. महिलाओं के खिलाफ अपराध में 11.5 फीसदी की कमी आई है.’’
बता दें कि दिल्ली पुलिस की कमान उपराज्यपाल के मार्फत केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन है. दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय राजधानी को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रही है, ताकि पुलिस की कमान दिल्ली सरकार के हाथ में रहे.
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