सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन(सीबीआई) ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) को एक कथित रिश्वत लेने के मामले में बिचौलिए धीरज गुप्ता की जानकारी के आधार पर गिरफ्तार किया गया. एजेंसी ने दिल्ली सरकार के ओएसडी गोपाल कृष्ण माधव को 6 फरवरी को दो लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
बता दें सीबीआई ने 5 फरवरी को गुप्ता को गिरफ्तार किया था. जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.
सीबीआई के हवाले से ये बताया गया है कि, "पूछताछ के दौरान, उसने खुलासा किया कि वह दिल्ली सरकार के एक टैक्स अधिकारी के करीब है. इसके बाद उसे पकड़ने के लिए साबीआई के तरफ से एक जाल बिछाया गया और माधव को 6 फरवरी शाम को गिरफ्तार कर लिया गया."
सूत्रो के मुताबिक, माधव ने एक पुराने टैक्स के मामले को निपटाने के लिए 2.26 लाख रुपये मांगे थे. दिल्ली सरकार की वेबसाइट के अनुसार, माधव मौजूदा समय में सिसोदिया के ओएसडी के रूप में कार्यरत हैं.
हालांकि, उपमुख्यमंत्री ने गिरफ्तार अधिकारी को कड़ी सजा देने की मांग की.
सिसोदिया ने कहा, "मुझे पता चला है कि सीबीआई ने एक जीएसटी इंस्पेक्टर को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है. यह अधिकारी मेरे ऑफिस में बतौर ओएसडी भी तैनात था. सीबीआई को उसे तुरंत सख्त से सख्त सजा दिलानी चाहिए. ऐसे कई भ्रष्ट अधिकारियों को मैंने खुद पिछले पांच सालों में पकड़वाए हैं."
BJP ने लगाया AAP पर आरोप
वहीं भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) ने 7 फरवरी को दावा किया कि केजरीवाल सरकार दिल्ली के व्यापारियों को परेशान कर रही है.
भाजपा की दिल्ली इकाई ने ट्वीट किया, "जीएसटी के मामले में दो लाख रुपये रिश्वत लेते हुए मनीष सिसोदिया के ओएसडी को गिरफ्तार किया गया. वह 2015 से सिसोदिया के ऑफिस में कार्यरत थे. रिश्वत की कुल राशि हालांकि 10 लाख रुपये तय हुई थी. आप की सरकार ऐसे व्यापारियों का उत्पीड़न कर रही है, लेकिन केजरीवाल सरकार हमेशा सा चुप्पी साधे रखी है."
(इनपुट: IANS)
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