दिल्ली की एक कोर्ट ने आसिया अंद्राबी और दो दूसरे कश्मीरी अलगाववादियों को 10 दिन के लिए NIA की हिरासत में सौंप दिया है. इन लोगों को देश के खिलाफ कथित तौर पर जंग छेड़ने के मामले में NIA की हिरासत में सौंपा गया है. तीनों को श्रीनगर से दिल्ली लाया गया था और कोर्ट में पेश किया गया था. उन्होंने एजेंसी की अर्जी मंजूर कर ली कि प्रतिबंधित संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत की मुखिया से कश्मीर घाटी में घृणा फैलाने वाला भाषण देने के सिलसिले में पूछताछ किये जाने की जरूरत है.
NIA ने मांगी थी 10 दिन की हिरासत
एनआईए ने अंद्राबी और उसकी दो सहायकों- सोफी फहमीदा और नाहिदा नसरीन की 15 दिन के लिये हिरासत मांगी थी. उन्हें बंद कमरे में सुनवाई के लिये कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत के सामने पेश किया गया. मामले से जुड़े वकीलों को कोर्ट में जाने की अनुमति दी गई थी और उन्होंने कोर्ट की कार्यवाही के बारे में जानकारी दी. जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट ने पिछले महीने अंद्राबी की जमानत रद्द कर दी थी. उसके बाद से वो श्रीनगर के एक जेल में है. उसे और उसके सहयोगियों के साथ कश्मीर से यहां लाया गया. NIA ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर उन लोगों के साथ-साथ संगठन के खिलाफ इस साल अप्रैल में मामला दर्ज किया था. ये संगठन गैर कानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम के तहत बैन है.
1987 में संगठन की स्थापना हुई थी
साउथ एशिया टेररिज्म पोर्टल (SATP) के मुताबिक, दुख्तरान-ए-मिल्लत को 1987 में बनाया गया था. इस आतंकी संगठन को बाकी आतंकी संगठनों के मुकाबले थोड़ा कम नुकसान पहुंचाने वाला माना जाता है. ये संगठन कभी पाकिस्तान का झंडा फहराकर, कभी शांति वार्ता के बीच बेतुके बयान देकर कश्मीर के माहौल को बदतर करने में जुटा रहता है.
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