ADVERTISEMENTREMOVE AD

सैनिकों की फोटो का इस्तेमाल कैंपेन-प्रोपगेंडा में न हो: चुनाव आयोग

देश के कुछ हिस्सों में PM मोदी, BJP अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर विंग कमांडर अभिनंदन के साथ इस्तेमाल की गई थी

Published
story-hero-img
छोटा
मध्यम
बड़ा

इलेक्शन कमीशन ने सुरक्षाबलों की तस्वीरों का इलेक्शन कैंपेन में इस्तेमाल रोकने के लिए नोटिस जारी किया है. कमीशन ने पार्टियों से कहा है कि वे सुरक्षाबलों का इस्तेमाल किसी भी तरह के प्रचार-प्रसार में न करें.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बता दें विंग कमांडर अभिनंदन की तस्वीरें बीजेपी के पोस्टर्स में कई जगह नजर आ रही थीं. इनमें अभिनंदन को वापस लाने पर सरकार को बधाई दी जा रही थीं. बहुत सारे लोगों ने इसे चुनावी हथकंडा बताते हुए वोटों के ध्रुवीकरण का जरिया बताया था. यहां तक कि सेना से रिटायर अफसरों ने भी इस तरह के प्रचार का विरोध किया था.

नोटिस में किसी विशेष पार्टी का नाम नहीं लिया गया.

रक्षा मंत्रालय ने हमें बताया है कि कुछ पार्टियां, उनके नेता और कैंडिडेट अपने प्रचार में सुरक्षाबलों का इस्तेमाल अपना प्रोपगेंडा फैलाने के लिए कर रहे हैं. रक्षा मंत्रालय ने हमसे इस बारे में निर्देश जारी करने की अपील की है. सुरक्षाबल देश की सीमा, सिस्टम और सिक्योरिटी के रक्षक हैं. ये आधुनिक लोकतंत्र में अराजनीतिक और तटस्थ हैं. इसलिए यह जरूरी है कि राजनीतिक पार्टियां कैंपेन में इनका जिक्र करते हुए सावधानी बरतें.
चुनाव आयोग द्वारा जारी किया गया नोटिस

नोटिस में आगे कहा गया, 'कमीशन का मानना है कि सेनाध्यक्ष या किसी भी सुरक्षाबल की फोटो, किसी सुरक्षा कार्यक्रम की फोटो को किसी भी तरह के प्रचार,प्रोपोगेंडा या कैंपेन में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. कमीशन सभी राजनीतिक पार्टियों को सलाह देता है कि वे अपने कैंडिडेट्स के कैंपेन या प्रोपगेंडा में सुरक्षाबलों की फोटो के इस्तेमाल पर रोक लगाएं.’

पढ़ें ये भी: लोकसभा चुनाव से पहले फिर हो सकता है पुलवामा जैसा हमला: राज ठाकरे

देश के कुछ हिस्सों में PM मोदी, BJP अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर विंग कमांडर अभिनंदन के साथ इस्तेमाल की गई थी
देश के कुछ हिस्सों में PM मोदी, BJP अध्यक्ष अमित शाह की तस्वीर विंग कमांडर अभिनंदन के साथ इस्तेमाल की गई थी

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×