एग्जिट पोल्स के मुताबिक तो केंद्र में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनती दिख रही है, लेकिन केंद्र में एनडीए सरकार बनेगी या नहीं इसका फैसला हिंदी भाषी राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रदर्शन से होगा.
लोकसभा चुनाव 2014 में उत्तर प्रदेश समेत अन्य हिंदी भाषी राज्यों के नतीजों ने बीजेपी को बहुमत दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई थी.
2014 चुनावों में हिंदी बेल्ट में बीजेपी ने किया था शानदार प्रदर्शन
पिछले आम चुनाव में पांच प्रमुख हिंदी भाषी राज्यों उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपनी शानदार जीत के साथ, बीजेपी ने 185 सीटों में से 165 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया था.
ज्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी को बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में विपक्ष से बहुत आगे रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस, बीजेपी के काफी करीब दिख रही है.
हालांकि, उत्तर प्रदेश को लेकर एग्जिट पोल में अलग-अलग अनुमान हैं. इनमें बीजेपी को राज्य की 80 में से 33 से लेकर 65 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है.
अलग-अलग एग्जिट पोल में पांच हिंदी भाषी राज्यों, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बीजेपी को सबसे कम 89 सीटें मिलने और सबसे ज्यादा 144 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. लेकिन असली तस्वीर तो 23 मई को मतगणना के दिन ही साफ हो पाएगी.
एग्जिट पोल्स के अनुमानों में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में एसपी-बीएसपी गठबंधन बीजेपी को मजबूत चुनौती देता नजर आ रहा है.
बंगाल और ओडिशा से हिंदी भाषी राज्यों में नुकसान की भरपाई
हालांकि, बीजेपी नेताओं का कहना है कि हिंदी भाषी कुछ राज्यों में बीजेपी को कुछ सीटों का नुकसान हो सकता है. लेकिन पार्टी उन सीटों की भरपाई पश्चिम बंगाल और ओडिशा से कर बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लेगी.
सभी एग्जिट पोल्स ने प्रधानमंत्री पद पर एक बार फिर नरेंद्र मोदी की ताजपोशी होने का अनुमान जताया है. लेकिन बीजेपी को बहुमत मिलने का अनुमान कुछ ही एग्जिट पोल्स ने जताया है.
बीजेपी को उम्मीद- हिंदी भाषी राज्यों में दोहराएगी 2014 का प्रदर्शन
जब लोकसभा चुनाव अभियान की शुरूआत हुई थी, तो कई पर्यवेक्षकों का मानना था कि बीजेपी के लिए राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपनी 2014 की सफलता को दोहराना मुश्किल होगा, जहां पार्टी को कुल 65 सीटों में से 62 सीटें मिली थीं. हालांकि, 2018 में बीजेपी ने इन तीनों ही राज्यों में सत्ता गंवा दी.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया है कि उनकी पार्टी तीनों राज्यों में अपना परचम लहराएगी और उत्तर प्रदेश में भी बेहतर प्रदर्शन करेगी.
(इनपुटः PTI)
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