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बिहार, झारखंड में फैली ये झूठी तस्वीरें, कहीं कत्लेआम न करवा दें

झूठ फैलाया जा रहा है कि एक गैंग है जो आधी रात में लोगों के घरों के सामने दस्तक देता है और फिर कत्लेआम मचा देता है

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कई बार वॉट्सऐप, फेसबुक और सोशल मीडिया के जरिए अफवाहें फैलाई जाती हैं. कितनी बार तो हमने देखा है कि किसी एक मैसेज की वजह से ही दंगे फैल गए. अब ऐसे में काफी दिनों से जिन झूठी तस्वीरों और मैसेज की वजह से साउथ इंडिया में दहशत फैली थी, वो तस्वीरें नए तरीके से ओडिशा, बिहार और झारखंड पहुंच रही हैं.

झूठ फैलाया जा रहा है कि एक बच्चा किडनैप करने वाला गैंग है, जो आधी रात में लोगों के घरों के सामने दस्तक देता है और फिर कत्लेआम मचा देता है. वॉट्सऐप और फेसबुक पर कई पर्सनल हैंडल से इस तरह की खबरें फैलाई जा रही हैं. आंध्र, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक में ऐसी खबरें खूब फैलाई गईं और लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया.

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 झूठ फैलाया जा रहा है कि एक  गैंग है जो आधी रात में लोगों के घरों के सामने दस्तक देता है और फिर कत्लेआम मचा देता है

अलग-अलग दूसरी जगहों से लोगों के पकड़े जाने या फिर किसी घर में महिला के मर्डर की तस्वीरें एकसाथ जोड़कर इस तरह की पोस्ट तैयार की जा रही है और लोगों में दहशत फैलाने के लिए वायरल की जा रही है. नीचे वाली तस्वीर के टॉप लेफ्ट में आपको एक तस्वीर दिखगी, जिसमें कुछ गत्तों में लाशें लिपटी हुई रखी हैं. झूठ फैलाया जा रहा कि इस गैंग ने जिन लोगों को मारा है, ये उनकी लाशे हैं लेकिन...

 झूठ फैलाया जा रहा है कि एक  गैंग है जो आधी रात में लोगों के घरों के सामने दस्तक देता है और फिर कत्लेआम मचा देता है

....altnews.in ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये तस्वीर The Wire के एक पुराने आर्टिकल से चुराई गई हैं. अक्टूबर 2017 में अरुणाचल प्रदेश में तवांग में एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था, जिसमें एयरफोर्स के 5 और आर्मी के 2 जवान अपनी जान गंवा बैठे थे. उस वक्त उन शहीदों की बॉडी को ऐसे कार्डबोर्ड में लाया गया था, तो काफी बवाल मचा था, The Wire ने तभी ये स्टोरी की थी. हम नीचे उस स्टोरी का एक स्क्रीनग्रैब डाल रहे हैं.

 झूठ फैलाया जा रहा है कि एक  गैंग है जो आधी रात में लोगों के घरों के सामने दस्तक देता है और फिर कत्लेआम मचा देता है
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ठीक ऐसे ही 5 हिरासत में लिए गए लोगों का फोटो वायरल हो रहा है. झूठ फैलाया जा रहा है कि ये पांचों तमिलनाडु में बच्चों का अपहरण करने वाले गैंग के सदस्य हैं, तो कई कह रहे हैं कि ये कर्नाटक से हैं. The News Minute ने अपनी एक रिपोर्ट में छापा कि बेंगलुरु पुलिस ने ट्विटर पर वैरिफाई किया था कि ये तस्वीरें फेक हैं.

 झूठ फैलाया जा रहा है कि एक  गैंग है जो आधी रात में लोगों के घरों के सामने दस्तक देता है और फिर कत्लेआम मचा देता है

इसी तरह मुंबई में अफवाह फैलाई जा रही है कि ट्रांसजेडर्स का एक ग्रुप है, जो घरों में घुसकर कत्लेआम मचा रहा है.

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मई 2017 में झारखंड में बच्चे के अपहरण की अफवाह पर 7 लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. उसी तरह अब लगातार कई राज्यों में इस तरह का झूठ फैलाया जा रहा है और लोगों के बीच दहशत का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रही है. वॉट्सऐप और फेसबुक के ऐसे झूठ ने कई लोगों की जान ले ली है, लेकिन ये खतरनाक खेल खत्म होता नहीं दिख रहा है.

(सौजन्य: Altnews.in)

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