कृषि क्षेत्र से जुड़े दो अहम बिल फार्मर्स एंड प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) बिल और फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑन प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विस बिल राज्यसभा से पास हो गए हैं. अब राष्ट्रपति की औपचारिक मंजूरी के बाद ये बिल पक्के कानून बन जाएंगे. लेकिन इनके अध्यादेश लाए जाने से लेकर बिल पेश किए जाने तक किसानों पंजाब, हरियाणा, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश में भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. 20 सितंबर को जब ये बिल राज्यसभा में पास हो रहा था तब भी देश के कई हिस्सों में इन बिलों के विरोध में प्रदर्शन देखे गए.
25 सितंबर को हरियाणा बंद, 27 से देशव्यापी आंदोलन
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन ने तीन घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का कहना था कि ये प्रतीकात्मक प्रदर्शन है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक किसानों का कहना है कि अगर सरकार हमारी नहीं सुनती है तो हम 25 सितंबर को हरियाणा बंद करेंगे. इसके बाद किसान 27 सितंबर को दिल्ली में बैठक करके देशव्यापी प्रदर्शन का ऐलान करेंगे.
अंबाला में ट्रैक्टर में लगाई आग
हरियाणा के अंबाला में भी यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किसानों के बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया और इस प्रदर्शन में एक ट्रैक्टर को आग लगी दी गई.
दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे पर प्रदर्शन
पंजाब के जिकारपुर में भी यूथ कांग्रेस ने कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. कृषि बिलों को वापस लेने की मांग के साथ किसानों के साथ ये कार्यकर्ता दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे पर आए गए.
कुछ किसानों ने बिल का स्वागत भी किया
महाराष्ट्र से किसानों की अलग प्रतिक्रिया सामने आई है. महाराष्ट्र के धुले जिले के किसानों ने कृषि सुधार से जुड़े बिलों का स्वागत किया है
किसानों का कहना है कि मोदी सरकार जो बिल लेकर आई है किसानों के बंधनों को तोड़ दिया है. अब हम देश में कहीं भी अपना माल बेच पाएंगे.
विपक्ष के भारी विरोध के बीच ध्वनि मत से बिल पास
राज्यसभा (Rajya Sabha) में विपक्षी दलों के भारी हंगामे के बीच दो अहम कृषि बिल पास हो गए हैं. लेकिन सत्ताधारी पार्टी के बिल पास कराने के तरीके को लेकर विपक्षी दल नाराज हैं. 12 विपक्षी दलों ने मिलकर राज्यसभा के उपसभापति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया है.
विपक्षी दलों का कहना है कि राज्यसभा के नियमों को ताक पर रखकर ये बिल पास कराए गए हैं और ये संसदीय व्यवस्था की हत्या है. इसके पहले विपक्षी दलों के हंगामे के दौरान राज्यसभा की चेयर के सामने लगा माइक तोड़ा गया. विपक्ष ने इस दौरान सरकार पर राज्यसभा की लाइव ब्रॉडकास्टिंग करने वाले चैनल राज्यसभा टीवी की फीड बंद करने का आरोप लगाया है.
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