फर्रुखाबाद में पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले में अपने भाई की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने गए भाई ऊदल का मोबाइल बंद होने और पुलिस की ओर से उस पर कार्यवाही की आशंका से बहन ने पोस्टमार्टम के बाद गौतम का शव लेने से इनकार कर दिया. वहीं, मृतक के भाई ने थाने में आत्महत्या करने का प्रयास भी किया. जिसके बाद में सीओ सिटी के समझाने पर परिजन माने और शव लेकर चले गए.
गौतम की बहन कपूरी ने बताया कि भाई ऊदल रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस के साथ थाने गया हुआ था. अचानक उसके दोनों मोबाइल नंबर स्विच ऑफ हो गए. बहन को शक है कि पुलिस उसके भाई के खिलाफ कोई कार्यवाही कर सकती है. जिसके बाद में फतेहगढ़ कोतवाल जय प्रकाश पाल ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन घरवाले नहीं माने,अपनी ही बात पर अड़े रहे.
मामले को तूल पकड़ता देख सीओ सिटी प्रदीप कुमार सिंह पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंच गये. जिसके बाद में उन्होंने घरवालों को बताया कि अब मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. तुम्हारे भाई ऊदल का मोबाइल बंद हो गया होगा. जिसके बाद में घरवाले सीओ से भी बहस करते रहे. काफी मशक्कत के बाद सीओ के समझाने पर परिजन पुलिस के साथ शव लेकर चले गए.
भाई ने थाने में आत्महत्या करने का किया प्रयास
गौतम की पुलिस हिरासत में हुई मौत के बाद उसके परिवार में पुलिस के खिलाफ गुस्सा तो भरा हुआ था. और उधर, मुकदमा दर्ज होने के बाद कॉपी न मिलने पर भाई ऊदल सिंह ने थाना मेरापुर के अंदर आत्महत्या का प्रयास किया. लेकिन वहां पर मौजूद लोगों ने उसको जैसे-तैसे रोका. वहां मौजूद पुलिसमूक दर्शक बनकर खड़े तमाशा देखते रहे. आखिर में भाई ऊदल ने बताया कि जब तक मुकदमे की कॉपी नहीं मिलेगी,तब तक वह थाने से नहीं जाएगा.
SSP और ADM से भाई की हुई नोंक-झोंक
जैसे ही अधिकारियों को शव न उठने की जानकारी हुई तो इस पर प्रशासन के हाथ पांव फूल गये,आनन फानन में पोस्टमार्टम हाउस पर पहुुंचे एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापित और एएसपी अजय प्रताप से भाई ऊदल और बॉबी की कई बार नोकझोंक होती रही. वहीं दोनों भाई रिपोर्ट दर्ज होने के बाद ही शव लेने की जिद पर अड़े हुये थे. जिसके बाद में एडीएम ने भरोसा दिया कि पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करेगी.
मौके पर पहुचे विधायिका ने कहा मिलेगी आर्थिक सहायता
मौके पर पहुचीं इलाके की विधायक सुरभि गंगवार ने मृतक के परिजनों को मदद का भरोसा दिलाया. समाजवादी पार्टी में रहे पूर्व राज्यमंत्री नरेंद्र सिंह यादव और कायमगंज की विधायक सुरभि गंगवार के पति अजीत गंगवार भी दोपहर को वहां पहुंचे थे. उन्होंने घरवालों को बार-बार समझाने की कोशिश की, लेकिन अपनी जिद पर अड़े परिजन किसी की बात नही मान रहे थे.
DM और SP ने ली परिजनों से जानकारी
तीन डॉक्टरों के पैनल से शव का पोस्टमार्टम कराया गया. वही सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम में मौत की वजह स्पष्ट न होने से विसरा सुरक्षित रख लिया गया है. शराब पीने की पुष्टि हुई है. कमर, कंधा और कोहनी सहित चार जगह चोटों के निशान मिले हैं.
पुलिस की अराजकता की कहानी लोगों की जुबानी
पुलिस का खौफ गांववालों के जहन में भरा हुआ था, लेकिन जब आरोपी पुलिस वालों के ऊपर केस दर्ज किया गया तो गांववालों का भी आरोप है कि ब्रह्मपुरी में दबिश देने गई पुलिस ने शुक्रवार रात गौतम का दरवाजा तोड़ दिया. घर में रखा सामान इधर-उधर फेंक दिया. पड़ोसी सर्वेश का गेट और चारपाई तोड़ डाली. सत्यवीर के घर मेें घुसकर तोड़फोड़ की. इस दौरान घर में बच्चे और महिलाएं ही थीं. गिरीश चंद्र के घर में घुसी पुलिस ने कमरे में रखे बक्से को तोड़ा, सामान उठाकर फेंक दिया. पत्नी मीना के विरोध करने पर धमकी दी
पुलिस की वजह से कुछ ग्रामीणों ने किया पलायन
ग्रामीणों ने बताया थाना पुलिस मेरापुर की वजह से पूर्व में गांव के कई लोग पलायन कर चुके हैं, ग्रामीणों का कहना है पुलिस इतना तंग करती है कि पलायन के बिना कोई दूसरा तरीका नहीं बचता है. गांव के राजेश राजवीर और मलखान समेत कुल पांच लोग पलायन कर चुके हैं.
ग्रामीणों ने पुलिस पर वसूली का लगाया आरोप
ग्राम ब्रह्मपुरी के लोगों ने बताया पुलिस का अब केवल वसूली करने का ही काम बचा है,पुलिस पर आरोप लगाते हुए कुछ ग्रामीणों ने बताया पुलिस आये दिन ग्राम वासियों को उठाती है और पैसे की वसूली करती है,अगर पैसे न दे तो झूठे मुकद्दमे में फंसाने की धमकी देती है,जिससे ग्रामीण पुलिस से खौफ खाये रहते हैं,पुलिस महीने में चार बार आती है और ग्रामीणों को ले जाती है,अब ग्रामीणों ने पुलिस पर मोटी रकम वसूलने का आरोप लगाया है.
एसपी की थ्योरी में हत्या की बात हो गयी गायब
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि मेरापुरा थाना पुलिस ने ब्रह्मपुरी गांव में दबिश दी थी और लहन नष्ट करके वापस चली गई थी. इसके बाद रात डेढ़ बजे पीआरवी को सूचना मिली कि गौतम उर्फ सेना बहेलिया की मौत हो गई है. परिजनों ने पुलिस कर्मियों पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है. मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. गौतम पर चोरी, अपहरण और शराब बनाने के चार मुकदमे दर्ज हैं.
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