जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान चारों तरफ से घिर चुका है. आतंकियों और उनके संगठनों का पनाहगार बनने पर उसे दुनियाभर के देशों से फटकार भी मिल चुकी है. इसी का नतीजा है कि अब पाकिस्तान ने दिखावी कार्रवाई शुरू कर दी है. पहले जहां 44 आतंकियों को हिरासत में लेने की खबर सामने आई थी, वहीं अब पाकिस्तान की तरफ से हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा को बैन कर दिया गया है.
आतंकी संगठनों को बैन करने का दांव
भारत पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने दुनिया को दिखाने के लिए कार्रवाई करना शुरू कर दिया है. पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और उसी के फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर बैन लगा दिया है. भारत ने इससे पहले आतंकी संगठन और उनके सरगनाओं के बारे में पाकिस्तान को डोजियर सौंपा था.
मुंबई में हुए हमले के आरोपी आतंकी हाफिज सईद पर पाकिस्तान सरकार ने एंटी टेररिज्म एक्ट 1997 के तहत बैन लगाया है. हालांकि इससे पहले पाकिस्तान कई बार हाफिज पर इस तरह के बैन लगाने का दिखावा कर चुका है
आतंकियों पर कार्रवाई
पाकिस्तान ने मंगलवार को कुछ आतंकियों पर भी कार्रवाई की. जानकारी के मुताबिक, कुल 44 आतंकियों को हिरासत में लिया गया है. इन सभी आतंकियों में से ज्यादातर आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं. इन आतंकियों में सबसे बड़े नाम जैश के सरगना मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ और हम्माद अजहर के हैं.
दुनिया में छवि सुधारने की कोशिश
कई रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकी संगठनों की फंडिंग लगातार बढ़ती जा रही है. जिससे वो आतंकी साजिश रचने में कामयाब हो रहे हैं. बड़े आतंकी संगठन पाकिस्तान से अपनी सारी एक्टिविटीज को ऑपरेट करते हैं. दुनियाभर में पाक की छवि एक ऐसे ही देश के तौर पर बनी है. लेकिन अब ऐसी कार्रवाई कर पाकिस्तान दुनिया के सामने अपनी छवि सुधारने की एक कोशिश कर रहा है.
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