हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की देशभर की सभी नौ इकाइयों के कर्मचारियों ने अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की. ऑल इंडिया एचएएल ट्रेड यूनियंस कॉर्डिनेशन कमेटी ने प्रबंधन से बातचीत बेनतीजा रहने के बाद रविवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की थी. देशभर के सात शहरों में लगभग 20,000 एचएएल कर्मचारी अपने कारखानों और दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं.
ऑल इंडिया एचएएल ट्रेड यूनियंस कोऑर्डिनेशन कमेटी के मुख्य संयोजक सूर्यदेवरा चंद्रशेखर ने बताया, ‘‘पूरे देश में एचएएल की सभी नौ इकाईयों में कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं. बेंगलुरु में 10,000 से ज्यादा कर्मचारी हड़ताल पर हैं, जिस वजह से काम ठप पड़ा है.’’ यूनियन के नेता ने कहा कि कर्मचारी विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं. एचएएल प्रबंधन ने रविवार को कहा था कि सौहार्दपूर्ण समाधान निकालने की हरसंभव कोशिश की गई है.
55 साल पुरानी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बेंगलुरू, हैदराबाद, ओडिशा के कोरापुट, लखनऊ, महाराष्ट्र के नासिक में पांच प्रोडक्शन यूनिट और 4 रिसर्च एंड डेवलपमेंट (आर एंड डी) सेंटर्स में करीब 20,000 कर्मचारी काम करते हैं.
क्या है HAL कर्मचारियों की मांग
ट्रेड यूनियन और एचएएल प्रबंधन के बीच वेतन संशोधन को लेकर साल 2017 से ही विवाद चल रहा है. कर्मचारी 2017 में वेतन को लेकर हुए समझौते को लागू करने की मांग कर रहे हैं. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स एम्प्लॉयीज एसोसिएशन (HAEA) के अध्यक्ष ने कहा, "एचएएल के कर्मचारियों का वेतन 35 फीसदी और 110-140 फीसदी के हिसाब से बढ़ाया गया है. हम समानता की मांग कर रहे हैं."
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HAL ने दी सफाई
एक आधिकारिक बयान में एचएएल ने कहा, "प्रबंधन के एक मैत्रीपूर्ण और शुरुआती वेतन समझौते को लेकर किए जा रहे ठोस प्रयासों के बावजूद दुर्भाग्य से यूनियनों ने हठी रवैया अपनाते हुए ऑफर को स्वीकार नहीं किया और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया, जबकि प्रबंधन ने उनसे इस मुद्दे को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की अपील की थी."
बता दें कि ट्रेड यूनियनों ने प्रबंधन को 30 सितंबर को ही नोटिस देकर सूचित कर दिया था कि देशभर में एचएएल की नौ यूनिट 14 अक्तूबर से हड़ताल पर हैं.
(इनपुट: PTI)
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