फूड डिलीवरी कंपनी, जोमैटो एक बार फिर सुर्खियों में है. इंडियन होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन (AHAR) ने जोमैटो गोल्ड के तहत डिलीवरी सर्विस को बायकॉट करने का फैसला लिया है. एसोसिएशन का कहना है कि जोमैटो गोल्ड होटल मालिकों को किसी भी प्रकार का इन्सेंटिव नहीं देता है और इससे केवल फूड एग्रीगेटर को फायदा मिलेगा.
एसोसिएशन ने मुंबई में हुई एक बैठक में सर्वसम्मति से ये फैसला लिया. AHAR के देशभर में 8,000 मेंबर्स हैं.
एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष शेट्टी ने कहा,
‘हमने जोमैटो को साफ तौर पर कहा था कि हम जोमैटो गोल्ड डिलीवरी सर्विस स्कीम के खिलाफ हैं. हमारी मीटिंग को एक महीना होने को आया है और अब हमने इस सर्विस को बायकॉट करने का फैसला लिया है. हमने जोमैटो गोल्ड की डाइनिंग सर्विस पर कोई फैसला नहीं लिया है, लेकिन हम जोमैटो गोल्ड डिलीवरी सर्विस के खिलाफ हैं. हमारे मेंबर्स, जिन्होंने इस सर्विस को लिया है, वो तत्काल प्रभाव से इसे बंद कर देंगे.’
AHAR ने डिलीवरी पर कमीशन रेट को लेकर भी चिंता जाहिर की है. एसोसिएशन का कहना है कि जोमैटो मनमाना कमीशन लेता है. कभी-कभी कमीशन 25 फीसदी तक पहुंच जाता है, जिससे रेस्टोरेंट के लिए बिजनेस करना मुश्किल हो जाता है. ज्यादातर खामियाजा कस्टमर को उठाना पड़ता है और सर्विस की कीमत बढ़ जाती है.
पहले भी हो चुका है स्कीम का विरोध
इससे पहले, नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने भी डिलीवरी पर जोमैटो गोल्ड प्रोग्राम और इसके तहत मिलने वाले भारी डिस्काउंट का विरोध किया था. रेस्टोरेंट पार्टनर्स की नाराजगी के बाद कंपनी के फाउंडर दीपेंदर गोयल ने गलती मानते हुए कहा था कि वो प्रीमियम सब्सक्रिप्शन स्कीम 'जोमैटो गोल्ड' में सुधार करेंगे, लेकिन रेस्टोरेंट्स की नाराजगी देखकर नहीं लग रहा है कि इसमें सुधार किया गया है.
NRAI ने #लॉगआउट मूवमेंट भी शुरू किया था, जिसमें उसने रेस्टोरेंट्स से सभी डिस्काउंटिंग ऐप्स से हटने की अपील की थी. जोमैटो गोल्ड के करीब 1,200 रेस्टोरेंट्स मेंबर्स ने इस स्कीम से ये कहते हुए लॉगआउट किया था कि इससे उनके प्रॉफिट में कमी आ रही है.
2017 में शुरू हुई थी गोल्ड स्कीम
जोमैटो ने साल 2017 में गोल्ड मेंबरशिप स्कीम को लॉन्च किया था. वहीं, इसी साल जुलाई में, जोमैटो ने अपने गोल्ड मेंबर्स के लिए, इनफिनिटी डाइनिंग नाम की एक और सर्विस लॉन्च की थी, जिसमें कस्टमर पूरे मेन्यू में से किसी भी डिश (अनलिमिटेड सर्विंग के साथ) को एक फिक्स प्राइस पर ऑर्डर कर सकता है.
इस स्कीम को इसलिए लाया गया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग रेस्टोरेंट का रुख करें, लेकिन कुछ रेस्टोरेंट्स को इस 'भारी डिस्काउंट' से कोई फायदा नहीं मिल रहा है.
द क्विंट ने AHAR के बायकॉट करने के फैसले पर जोमैटो से बात करने की कोशिश की, लेकिन कंपनी ने इस मामले पर कमेंट करने से इनकार कर दिया.
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