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ZOMATO: रेस्टोरेंट को मनाने के लिए मानी गलती,ट्वीट से भड़के कस्टमर

जोमैटो का गोल्ड मेंबरशिप प्रोग्राम इसके मेंबर्स को 50 प्रतिशत तक का डिस्काउंट देता है

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'जोमैटो गोल्ड' स्कीम के खिलाफ रेस्टोरेंट पार्टनर्स की नाराजगी के बाद कंपनी के फाउंडर दीपेंदर गोयल ने गलती मानते हुए कहा कि वो प्रीमियम सब्सक्रिप्शन स्कीम 'जोमैटो गोल्ड' में सुधार करेंगे. जोमैटो के फाउंडर और सीईओ दीपेंदर गोयल ने ट्विटर पर रेस्टोरेंट मालिकों से ‘लॉगआउट कैंपेन’ को रोकने की अपील की है. अपनी बात कहने के लिए दीपेंदर ने एक के बाद एक 8 ट्वीट किए हैं.

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एक ट्वीट में दीपेंदर ने लिखा है कि - ‘’कहीं न कहीं हमने गलती की है. चीजें उस तरह से नहीं हुईं जैसा प्लान किया था. ये हमारे लिए एक अलार्म है. हमें अपने रेस्टोरेंट पार्टनर्स के लिए जितना काम किया उससे सौ गुना ज्यादा करना है.’’

बता दें, जोमैटो का गोल्ड मेंबरशिप प्रोग्राम इसके मेंबर्स को फूड और ड्रिंक्स पर 50 प्रतिशत तक का डिस्काउंट देता है. ऐसी स्कीम, कस्टमर्स को ऑर्डर पर डिस्काउंट देती है. NRAI के मुताबिक, रेस्टोरेंट को इससे काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसी के चलते रेस्टोरेंट अपना नाम जोमैटो गोल्ड, ईजी डाइनर और डाइनआउट गौरमेट पासपोर्ट जैसे प्लैटफॉर्म से हटा रहे हैं.

जोमैटो का गोल्ड मेंबरशिप प्रोग्राम इसके मेंबर्स को 50 प्रतिशत तक का डिस्काउंट देता है
जोमैटो गोल्ड स्कीम के प्लान
(स्क्रीनशॉट)
‘कंज्यूमर्स के हित में, हम रेस्टोरेंट मालिकों से अनुरोध करते हैं कि वो लॉगआउट कैंपेन को रोकें, और एक स्थायी रास्ता खोजने के लिए इंटरनेट एग्रीगेटर्स के साथ चर्चा करें.’
दीपेंदर गोयल, फाउंडर और सीईओ, जोमैटो

नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) के तहत दिल्ली, मुंबई समेत कुछ शहरों में रेस्टोरेंट इन प्लैटफॉर्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी कर रहे हैं.

इस प्रदर्शन के बाद दीपेंदर गोयल ने ट्विटर पर लिखा, 'जोमैटो गोल्ड बड़ा हिट रहा है, लेकिन हम मानते हैं कि छूट के पीछे पड़े रहने वाले लोग रेस्टोरेंट इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा रहे हैं. मुझे दुख है कि रेस्टोरेंट इंडस्ट्री में युवा एंटरप्रेन्योर्स (मेरे जैसे बहुत) इस हद तक दबाव महसूस कर रहे हैं कि उन्हें इस तरह का कैंपेन शुरू करना पड़ा.'

दीपेंदर गोयल ने कहा कि वो जोमैटो गोल्ड में सुधार करेंगे, ताकि ये रेस्टोरेंट और कस्टमर्स दोनों के लिए फायदेमंद रहे. गोयल ने रेस्टोरेंट मालिकों से लॉगआउट कैंपेन बंद करने की गुजारिश की है. उन्होंने रेस्टोरेंट इंडस्ट्री से भी ऑपरेटिंग कॉस्ट कम करने के तरीकों की तलाश करने का भी आग्रह किया.

ट्विटर पर आलोचना

दीपेंदर गोयल ने अपने ट्वीट्स में ‘बारगेन हंटर्स’ शब्द का इस्तेमाल किया, जिससे कई यूजर्स नाराज हो गए हैं. यूजर्स ने पूछा है कि बारगेन हंटर्स (मोलभाव करने वाले) कह कर वो अपने ही कस्टमर्स की बेइज्जती कर रहे हैं. 10 लाख लोगों ने जोमैटो गोल्ड की मेंबरशिप ली है.

रेस्टोरेंट पार्टनर की नहीं सुन रहा जोमैटो?

कुछ ट्विटर यूजर्स ने जोमैटो पर ये भी आरोप लगाया कि वो अपने पार्टनर की नहीं सुन रहा है. एक यूजर ने लिखा, ‘मुझे लगता है आप लोग अब कंट्रोल में नहीं हैं. आपकी टीम अब जवाब नहीं देती. आप रेस्टोरेंट पार्टनर को जवाब भी नहीं देते. कोई भी काम कराने में महीनों लग जाते हैं.’

एक ने लिखा, ‘गोल्ड इतना शानदार प्रोडक्ट है, इसका इस्तेमाल करने के लिए कस्टमर और रेस्टोरेंट दोनों पैसे भरते हैं, और जोमैटो आया पैसा इंजॉय करता है.’

जोमैटो पिछले कुछ दिनों से लगातार विवादों में हैं. पहले एक कस्टमर ने गैर-हिंदू डिलिवरी बॉय से खाना लेने से मना कर दिया था, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कंपनी के खिलाफ कैंपेन शुरू हो गया था. कई यूजर्स ने कंपनी पर हिंदूओं से भेदभाव करने का भी आरोप लगाया था.

इस विवाद पर जोमैटो ने कहा था कि खाने का कोई धर्म नहीं होता. स्वरा भास्कर समेत कई सोशल मीडिया यूजर्स ने जोमैटो को सपोर्ट किया था.

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