पीएम मोदी ने चीन के साथ चल रहे विवाद को लेकर सर्वदलीय बैठक बुलाई. जिसमें कई पार्टी प्रमुखों ने सरकार के साथ खड़े रहने की बात कही. इस दौरान कांग्रेस ने पीएम से एक बार फिर सवाल पूछा कि चीन कब भारतीय सीमा में घुसा था? इसे लेकर पीएम ने साफ किया कि चीन ने भारत की किसी भी पोस्ट पर कब्जा नहीं किया है . अब इसे लेकर विपक्षी नेताओं ने पीएम मोदी को घेरने की कोशिश की है.
राष्ट्रीय जनता दल ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर पीएम के दावे पर सवाल उठाते हुए लिखा, ''अगर हमारी जमीन पर कोई नहीं घुसा तो क्या भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों को चीन की जमीन से ही खाली करवाने गए थे और वह भी निहत्थे? हर भारतीय सैनिक जानता है कि गलवान घाटी फिंगर 4 पर है जबकि भारत के अनुसार LAC पर भारतीय भूमि फिंगर 8 तक है!''
जनता के विश्वास की रक्षा करे सरकार : अखिलेश यादव
वहीं अखिलेश यादव ने सरकार को अपने दावे की रक्षा करने की सलाह देते हुए कहा, ''आज पूरा देश व हर दल, चीन और एलएसी पर प्रधानमंत्री जी के इस कथन के साथ पूरे विश्वास के साथ खड़ा है कि “न कोई हमारे इलाके में घुसा है और न ही किसी पोस्ट पर कब्जा किया है." अब सरकार को ये सुनिश्चित करना होगा कि देश की सीमाओं के साथ ही जनता के इस विश्वास की भी शत-प्रतिशत रक्षा हो.''
चीन ने गलवान घाटी हड़प ली और सरकार मान भी नहीं रही: महबूबा मुफ्ती
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, ''आर्टिकल 370 को जमीन लेने और स्थानीय लोगों को कमजोर करने के लिए हटाया गया था. आज चीन ने गलवान घाटी को हड़प लिया है और सरकार इस बात को मान तक नहीं रही है. क्या जम्मू-कश्मीर का विभाजन चीन को जमीन देने के लिए किया गया था?''
घुसपैठ नहीं हुई, तो बातचीत किस बारे में चल रही है: संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ट्विटर पर सवाल पूछा कि अगर चीन सीमा पर घुसपैठ नहीं हुई है तो बातचीत किस बारे में चल रही है? उन्होंने ट्विटर पर लिखा,
“क्या गलवान घाटी पर भारत ने अपना दावा छोड़ दिया? अगर चीन ने हमारी ज़मीन पर क़ब्ज़ा ही नही किया तो चीन वार्ता किस विषय में चल रही है? अगर क़ब्ज़ा नही तो 2.5 KM चीन पीछे कहां से गया? हमारे 20 जवानो ने अपनी धरती आजाद कराने के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया, बीजेपी कह रही All is Well”संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के अलावा सीपीआई(एम) नेता सीताराम येचुरी ने भी यही सवाल किया है. उन्होंने कहा कि "अगर सीमा पर कोई विवाद नहीं है तो हमारे जवान शहीद क्यों हुए? अगर ऐसा नहीं है तो सर्वदलीय बैठक क्यों बुलाई गई थी."
एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि इस वक्त मोदी सरकार अपनी विश्वसनीयता खोती जा रही है और चीन के स्टैंड को ही अपना रही है. ये इंटरनेशनल कम्युनिटी के लिए भी एक गलत संदेश है.
पीएम ने क्या कहा?
सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने जवाब देते हुए कहा कि भारत की किसी भी पोस्ट पर चीन ने कब्जा नहीं किया है. हमारे 20 जवान शहीद हुए लेकिन वो हमें एक सबक दे गए. पीएम ने कहा कि हमारे जवानों को देश की रक्षा के लिए जो भी करना पड़े वो करेंगे. कोई हमारी एक इंच भी जमीन नहीं ले सकता है
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