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भारत-चीन विवाद को लेकर LAC पर कमांडर स्तर की बातचीत खत्म

पेगौंग त्सो के इलाके में सैनिकों के बीच मुक्केबाजी तक टकराव हुआ था.

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भारत और चीन के बीच जारी सीमा विवाद पर दोनों देशों में हुई बातचीत खत्म हो गई है. 6 जून को दोनों देशों के मिलिट्री कमांडरों की बैठक हुई. बैठक चीन के मोल्डो में हुई. ये जगह लद्दाख सेक्टर के चुशुल के सामने है. भारत की तरफ से बैठक में 14 कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह गए थे. सेना के सूत्रों के मुताबिक, बैठक खत्म हो गई है और लेफ्टिनेंट जनरल सिंह लेह वापस लौट रहे हैं.

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लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने चीन के मेजर जनरल लिऊ लिन के साथ बैठक की. मेजर जनरल लिन चीन की सेना में साउथ शिनजियांग मिलिट्री क्षेत्र के कमांडर हैं.

कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह?

लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह लेह स्थित 14 कॉर्प्स के कमांडर हैं, जिसे 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' के तौर पर भी जाना जाता है. लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने पिछले साल अक्टूबर में कॉर्प्स की जिम्मेदारी संभाली थी. हरिंदर सिंह ने सैन्य बलों में अपने करियर की शुरुआत मराठा लाइट इन्फेंटरी के साथ की थी.

क्या है मामला?

बता दें दोनों देशों के बीच हाल के वक्त में तनाव बढ़ा है, यहां तक कि कुछ सैनिकों के बीच हाथापाई तक हुई है. पांच मई को पेगौंग त्सो झील में दोनों देशों के 200 लोग आमने-सामने आ गए थे. यहां भारत ने चीनी सैनिकों की मौजूदगी पर ऐतराज जताया था.

वहीं सिक्किम के नाथूला में 9 मई को दोनों तरफ से करीब 150 सैनिक टकराव की स्थिति में आ गए थे. यहां एक दूसरे पर लात-घूसों और मुक्कों से हमला किया गया था. 9 मई को ही चीन ने लद्दाख में हेलीकॉप्टर भेज दिया था, जिसके बाद भारत ने वहां सुखोई 30 की फ्लाइंग करवा दी थी. सबसे ज्यादा तनाव पेगौंग त्सो झील और गालवन घाटी में बना हुआ है.

पढ़ें ये भी: बार-बार भारत-चीन की सीमा पर क्यों होती है झड़प?समझिए पूरा विवाद

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