पीएम नरेंद्र मोदी 3 जुलाई को अचानक लेह-लद्दाख के दौरे पर गए. पीएम मोदी ने लद्दाख में सेना के जवानों को भी संबोधित किया. इसके बाद पीएम ने लेह के मिलिट्री अस्पताल का दौरा किया. इस अस्पताल में गलवान घाटी में चीन के साथ हुई झड़प में घायल हुए जवानों का इलाज हो रहा है. पीएम ने घायल जवानों से मुलाकात की. हालांकि जब इसकी तस्वीरें सामने आईं तो अस्पताल को लेकर कई सवाल उठाए गए. अब भारतीय सेना ने इस पर प्रतिक्रिया दी है.
सेना ने कहा कि पीएम मोदी ने लेह में जिस स्टेट ऑफ आर्ट फैसिलिटी का दौरा किया था, उसके बारे में 'द्वेषपूर्ण और निराधार आरोप' लगाए जा रहे हैं. सेना ने साफ किया कि फैसिलिटी 100 बेड्स की क्राइसिस एक्सपेंशन कैपेसिटी का हिस्सा है और लेह के जनरल हॉस्पिटल कॉम्प्लेक्स में ही आती है.
ऐसे आरोप लगाए जा रहे थे कि जहां पीएम मोदी ने घायल जवानों से मुलाकात की थी, वो जगह अस्पताल नहीं, बल्कि कोई हॉल है. इस पर भी सेना ने सफाई दी है.
COVID-19 प्रोटोकॉल की वजह से जनरल हॉस्पिटल के कई वॉर्ड को आइसोलेशन फैसिलिटी में बदला गया है. इसलिए ये हॉल जिसका सामान्य रूप से इस्तेमाल ट्रेनिंग ऑडियो वीडियो हॉल के तौर पर किया जाता है, इसे भी एक वॉर्ड में बदला गया जब इस अस्पताल को COVID के इलाज के लिए नामित किया गया.भारतीय सेना
सेना ने बताया कि घायलों को इस वॉर्ड में गलवान से लौटने के बाद से ही रखा गया है, जिससे कि COVID-19 इलाकों से दूर रखा जाए. सेना प्रमुख एमएम नरवणे और आर्मी कमांडर ने भी घायलों से इसी वॉर्ड में मुलाकात की थी.
अस्पताल में जवानों से बोले PM- देश के लिए आप लोग एक प्रेरणा
लेह के अस्पताल में घायल जवानों से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा था, "आज पूरा विश्व आपके पराक्रम का आकलन कर रहा है. मैं आज सिर्फ और सिर्फ आपको प्रणाम करने आया हूं. आपको छू करके और आपको देखकर एक ऊर्जा और एक प्रेरणा लेकर जा रहा हूं. हम दुनिया की किसी भी ताकत के सामने न कभी झुके हैं और न कभी झुकेंगे. ये बाद मैं आप जैसे वीर पराक्रमी जवानों के कारण बोल पा रहा हूं."
पीएम मोदी ने कहा कि आपका साहस हमारी नई पीड़ी को प्रेरणा दे रहा है. पीएम बोले, "जिस वीरता के साथ जवानों ने लड़ाई लड़ी वो काबिले तारीफ है. जो वीर हमें छोड़कर चले गए हैं वो भी ऐसे ही नहीं गए, आप सबने मिलकर करारा जवाब भी दिया."
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