कोरोनावायरस से निपटने के लिए निर्णायक जंग का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कोरोनावायरस से लड़ने और देश में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए 15 हजार करोड़ रुपये के फंड मुहैया कराने का भी ऐलान किया.
देश में अभी तक कोरोनावायरस से संक्रमित कुल 519 मामले सामने आ चुके हैं. इसमें से 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 39 लोग स्वस्थ होकर लौट चुके हैं.
गरीबों की करेंगे मदद
पीएम मोदी ने इस दौरान राज्य सरकारों का जिक्र करते हुए कहा कि, "कोरोना वैश्विक महामारी के हालात में सरकारें तेजी से काम कर रही हैं. रोजमर्रा की जिंदगी में असुविधा न हो, इसकी कोशिश कर रही है. जरूरी चीजों की कमी न हो, इसके लिए उपाय किए गए हैं. आगे भी उपाय किए जाएंगे." इसके अलावा पीएम ने गरीबों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा,
“गरीबों के लिए संकट की ये घड़ी मुश्किल वक्त लेकर आई है. हम उनकी मदद कर रहे हैं. हेल्थ सिस्टम बेहतर करने के लिए हम काम कर रहे हैं. कोरोना के लिए स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए- 15,000 करोड़ का फंड मुहैया कराया गया है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले एक हफ्ते के भीतर दूसरी बार देश को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने ये ऐलान किए. इसके साथ ही पीएम ने सभी राज्यों को निर्देश दिया कि हेल्थकेयर सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए.
देश में पहली टेस्ट किट तैयार
इस बीच पुणे की एक कंपनी मायलैब को कोरोनावायरस टेस्ट किट बनाने में सफलता मिली है. इसे इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कोरोनावायरस टेस्ट के लिए भारत में बनाई गई पहली टेस्ट किट को मंजूरी दे दी है.
कंपनी ने कहा है कि एक सप्ताह में वह 1 लाख किट तैयार करेगी. साथ ही कंपनी ने दावा किया है कि एक किट से 100 मरीजों की जांच की जा सकती है.
मायलैब पैथोडिटेक्ट कोविड-19 क्वालिटेटिव पीसीआर किट को व्यावसायिक तौर पर मंजूरी दी गई है. इस किट को इंडियन एफडीए/केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने मंजूरी दी है.
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