जम्मू कश्मीर में सीजफायर खत्म होने के बाद सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. बांदीपुरा में सेना और आतंकवादियों के बीच जारी मुठभेड़ में जवानों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया है.
आतंकवादियों के खिलाफ अभियान पर लगी रोक खत्म
रमजान के महीने को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से 17 मई से आतंक विरोधी ऑपरेशन को रोक दिया गया था. लेकिन इस दौरान आतंकवादियों की नापाक हरकतें जारी रही. पाकिस्तान की तरफ से लगातार सीजफायर का उल्लंघन किया जाता रहा है. ऐसे में ईद के बाद अब सरकार ने इस पर रोक हटा लिया है.
केंद्र सरकार ने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया कि वे सभी जरूरी कार्रवाई करें, जिससे आतंकवादियों को हमले और हिंसा करने से रोका जाए
‘‘सुरक्षा बलों को निर्देश दिया जाता है कि वह पहले की तरह सभी जरूरी कार्रवाई करें ताकि आतंकवादियों को हमले और हिंसा करने और हत्याएं करने से रोका जाए.’’राजनाथ सिंह, गृह मंत्री
राजनाथ सिंह ने साफ किया कि सरकार राज्य में आतंक और हिंसा मुक्त माहौल बनाने का अपना प्रयास जारी रखेगी. उन्होंने कहा, ‘‘यह जरूरी है कि शांतिप्रिय लोगों का हर तबका एक साथ आए ताकि आतंकवादियों को अलग-थलग कर उन्हें शांति की राह पर लौटने के लिए प्रेरित किया जा सके जो गुमराह किए गए हैं.''
रमजान में शुजात बुखारी और औरंगजेब की हत्या
अधिकारियों के मुताबिक, इस साल 17 अप्रैल और 17 मई के बीच आतंकवाद की 18 घटनाएं हुई हैं. अभियान पर रोक के दौरान यह आंकड़ा 50 के ऊपर चला गया. इस दौरान आतंकवादियों ने एक सैनिक औरंगजेब की जघन्य हत्या कर दी, उदारवादी रवैया अपनाने वाले आम नागरिकों पर हमले किए और आखिरकार जानेमाने पत्रकार शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या कर दी जो घाटी में शांति की आवाज बुलंद करते थे. सोमवार को आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने औरंगजेब के परिवारवालों से मुलाकात की.
(इनपुटः PTI)
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