जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हिंसा के पीछे किसका हाथ था? डंडे और लोहे के रॉड से छात्रों पर किसने हमला किया? इन सारे सवालों के जवाब अब तक नहीं मिले हैं. लेकिन इन सबके बीच एक न्यूज चैनल पर हुए एक चर्चा का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें ABVP की एक सदस्य ने कहा है कि उनके संगठन से जुड़े लोग हिंसा वाले दिन "आत्मरक्षा" में रॉड और डंडे लेकर कैंपस में थे.
न्यूज चैनल टाइम्स नाउ पर जेएनयू में हुए हमले को लेकर एक डीबेट शो चल रहा था. इसी दौरान एंकर के सवाल के जवाब में एबीवीपी की दिल्ली स्टेट ज्वाइंट सेक्रेटरी अनीमा सोंकर ने कहा,
“सभी व्हाट्सएप ग्रुपों में, इतनी दहशत फैली हुई थी, इतनी धमकी भरे कॉल आ रहे थे कि जब भी बाहर निकलें, ग्रुप में बाहर निकलें, रॉड लेकर बाहर आएं.... जो भी आप हाथ में रख सकें, पेपर स्प्रे, किसी के पास एसिड है. मैंने एसिड अटैक या किसी भी मामले के बारे में सुना या देखा भी नहीं है.
जब एंकर ने सवाल पूछा कि फोटो में दिख रहे दो लोग, जिन्होंने डंडे ले रखे हैं, वो एबीवीपी के हैं. तब सोंकर ने जवाब दिया, "आत्मरक्षा के लिए."
हालांकि, उसने बाद में स्पष्टीकरण दिया और तस्वीर की पहचान करने से इनकार करते हुए कहा कि उसने केवल स्वीकार किया है कि विकास पटेल नाम का एक व्यक्ति एबीवीपी कार्यकर्ता है.
"JNU हिंसा के पीछे सरकारी गुंडो का हाथ"
अब जब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है तब कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई सोंकर का शुक्रिया कह रही है.
राष्ट्रीय छात्र संघ (NSUI) ने कहा कि 'सोनकर' का 'सार्वजनिक रूप से ये स्वीकार करना कि जेएनयू हमले के पीछे एबीवीपी के गुंडों का हाथ था इसके लिए हम सोंकर का धन्यवाद करते हैं. अब ये बात साफ हो चुकी है कि जेएनयू में हिंसा राज्य द्वारा प्रायोजित गुंडागर्दी है.
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