JNU हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने 3 संदिग्धों को भगोड़ा बताया है. पुलिस ने कहा है कि कोमल शर्मा, रोहित शाह और अक्षत अवस्थी इस मामले में फरार चल रहे हैं. इसके अलावा पुलिस ने बताया है कि फॉरेंसिक टीम ने पूरा दिन सर्वर से CCTV फुटेज रिकवर करने में लगाया है.
दिल्ली पुलिस ने किया था खुलासा
दिल्ली पुलिस ने JNU में हिंसा करने वाली एक लड़की की पहचान की है जो जेएनयू की नहीं बल्कि दिल्ली यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट है. चेहरे पर नकाब पहने हुए ये लड़की JNU के साबरमती हॉस्टल में डंडा लिए दिखी थी. दिल्ली पुलिस के मुताबिक इस लड़की का नाम कोमल शर्मा है. लेफ्ट संगठनों और कुछ मीडिया चैनलों के मुताबिक नकाबपोश लड़की एबीवीपी से जुड़ी है. इस स्टूडेंट का एक ऑडियो भी सामने आया था, जिसमें वो घटना से खुद का नाम छिपाए जाने की बात कर रही है. हालांकि हम कोमल शर्मा के उस ऑडियो टेप की पुष्टि नहीं कर सकते हैं.
HC ने मोबाइल सीज करने के दिए निर्देश
जेएनयू हिंसा के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए पुलिस से कहा है कि इस केस के गवाहों को समन भेजे जाएं. हाईकोर्ट ने दिल्ली पुलिस से उन वॉट्सऐप ग्रुप के मेंबर्स के फोन सीज करने को भी कहा है, जिन्हें हिंसा से ठीक पहले बनाया गया था. इसके अलावा हाईकोर्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी सबूतों को नहीं हटाने को लेकर निर्देश जारी किए हैं.
दिल्ली हाईकोर्ट ने जेएनयू के 3 प्रोफेसरों की याचिका पर सुनवाई करते हुए ये निर्देश जारी किए. इन प्रोफेसरों ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर मांग की है कि 5 जनवरी को हुई हिंसा से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज, वॉट्सऐप मैसेज और अन्य सबूतों को सुरक्षित रखा जाए.
इससे पहले भी 13 जनवरी को हाईकोर्ट ने इस हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस, दिल्ली सरकार, व्हाट्सएप, गूगल और एपल को नोटिस जारी किया था.
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