जेएनयू में छात्रों के साथ हुई हिंसा और उसके विरोध में देशभर में प्रदर्शनों के साथ ही सोशल मीडिया पर फेक न्यूज का दौर फिर चल पड़ा है. सोशल मीडिया पर बीजेपी दिल्ली के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक वीडियो शेयर कर दावा किया कि मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर लोगों ने 'हिंदुओं से आजादी' के नारे लगाए.
बग्गा ने वीडियो के साथ लिखा, 'मुस्लिम और लेफ्ट स्टूडेंट्स ने मुंबई में 'हिंदुओं से आजादी' के नारे लगाए, लेकिन इस बार जामिया या जेएनयू में नहीं, उन्होंने हिंदुओं से आजादी के नारे मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर लगाए. क्या मुंबई पुलिस, उद्धव ठाकरे इसके खिलाफ एक्शन लेंगे या इन लोगों को सपोर्ट करेंगे?'
बग्गा के इस दावे को बॉलीवुड एक्ट्रेस कोंकणा सेन शर्मा ने झूठा बताया है. कोंकणा ने लिखा कि वो वहां मौजूद थीं और ऐसा कुछ भी नहीं हुआ.
‘आप झूठ फैला रहे हैं! ये वीडियो गलत है! हम वहां मौजूद थे और वो एक बहुत ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन था, जिसमें एकता की बात की गई, न कि नफरत फैलाने की.’कोंकणा सेन शर्मा, एक्टर
उमर खालिद ने बग्गा के दावे को बताया गलत
फैक्ट चेकिंग प्लैटफॉर्म Alt News ने भी बग्गा के दावे को गलत पाया है. Alt News के मुताबिक, उमर खालिद को ये नारे लगाते हुए सुना जा सकता है, 'तो NPR से (आजादी),और CAA से (आजादी),और CAA से (आजादी), तो जातिवाद से (आजादी), और मनुवाद से (आजादी), और संघवाद से (आजादी), और RSS से (आजादी), और RSS से (आजादी), तो भगवत से भी (आजादी), तो उस मोदी से (आजादी).'
उमर खालिद ने भी ट्वीट कर बग्गा के दावे को गलत कहा. खालिद ने लिखा, ‘जब एक झूठ पकड़ा जाता है, तो दूसरे का सहारा लें. ये काम नहीं करेगा. ये चार फैक्ट चेक आपके झूठ का पर्दाफाश करते हैं. राजनीति और ट्विटर छोड़ रहे हैं?’
जेएनयू में 5 जनवरी की शाम नकाब पहने कुछ लोगों ने हॉस्टल में छात्रों पर हमला किया और तोड़फोड़ की. देश की राजधानी में, जेएनयू जैसे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में हुई इस हिंसा के खिलाफ देशभर में गुस्सा है. घटना के खिलाफ देश के अलग अलग हिस्सों में हजारों की तादाद में लोग सड़कों पर उतरे.
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