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जस्टिस चेलमेश्वर का SC में आखिरी दिन, सुर्खियों भरा रहा कार्यकाल

सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे सीनियर जज, जस्टिस जे चेलमेश्वर का शुक्रवार को कोर्ट में आखिरी दिन था.

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भारत
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सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे सीनियर जज, जस्टिस जे चेलमेश्वर का शुक्रवार को कोर्ट में आखिरी दिन था. उन्होंने अपने अंतिम कार्यदिवस पर चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के साथ पीठ साझा की. सुप्रीम कोर्ट में गर्मी की छुट्टियों से पहले शुक्रवार को काम का आखिरी दिन है. चेलमेश्वर 22 जून को रिटायर हो रहे हैं, इसलिए शुक्रवार को वो चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा और जस्टिस धनंजय वाई चंद्रचूड़ के साथ पीठ में बैठे. इस दौरान चीफ जस्टिस के कमरे में शुक्रवार को बड़ी संख्या में वकील और दूसरे लोग मौजूद थे.

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प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश को चौंकाया

इसी साल 12 जनवरी को हुए ऐतिहासिक घटनाक्रम में जस्टिस चेलमेश्वर समेत 4 जजों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट का प्रशासनिक कार्य ठीक से नहीं हो रहा है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोर्ट में मुकदमों के आवंटन और इसके कामकाज को लेकर सीजेआई पर गंभीर आरोप लगाए गए थे. जजों के मुताबिक उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया इसलिए मीडिया के सामने आना पड़ा.

चीफ जस्टिस को भेजी गई चिट्ठी में जस्टिस चेलमेश्वर समेत चारों जजों ने कहा था “हमने एक साथ चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को बताने की कोशिश की कि कुछ चीजें ठीक नहीं चल रही हैं और उन्हें ठीक करने के लिए कदम उठाना चाहिए लेकिन दुर्भाग्य से हमारी कोशिश फेल हो गई”.

बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे

सीनियर एडवोकेट राजीव दत्ता, प्रशांत भूषण और गोपाल शंकरनारायणन ने न्यायमूर्ति चेलमेश्वर के सम्मान में इस अवसर पर संक्षिप्त भाषण दिए. जस्टिस चेलमेश्वर ने दोनों हाथ जोड़कर सभी से विदा ली. इससे पहले, जस्टिस चेलमेश्वर ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के पारंपरिक विदाई समारोह में शामिल होने का आमंत्रण नामंजूर कर दिया था.

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केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके हैं

23 जून 1953 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में जन्मे चेलमेश्वर की शुरुआती तालीम कृष्णा शहर में ही हुई. उन्होंने मद्रास लोयोला कॉलेज से फिजिक्स में ग्रेजुएशन किया. जिसके बाद 1976 में वो विशाखापट्नम की आंध्र यूनिवर्सिटी से कानून की शिक्षा हासिल की. 1995 में वो सीनियर काउंसल बने और 13 अक्तूबर 1995 को एडिश्नल एडवोकेट जनरल के तौर पर उनकी नियुक्ति हुई.

23 जून 1997 को वो आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट के एडिशनल जज बने और 17 मई 1999 को जज. मार्च 2010 में जस्टिस चेलमेश्वर ने केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस का कार्यभार संभाला. अक्तूबर 2011 में जस्टिस चेलमेश्वर सुप्रीम कोर्ट के जज बने. जस्टिस चेलमेश्वर इसी साल 22 जून को रिटायर होंगे.

(इनपुट: एजेंसी)

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