लखनऊ में शुक्रवार को हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. अब उनका परिवार चाहता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने आएं. तिवारी की पत्नी ने धमकी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आत्मदाह कर लेंगी.
सीतापुर में उनके घरवालों ने योगी की यात्रा तक अंतिम संस्कार न करने की भी बात कही है, साथ ही परिवार के सदस्यों को सरकारी नौकरी की मांग की है.
कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में बिजनौर के मौलाना अनवरुल हक पर मुकदमा दर्ज किया गया है. 2016 में कमलेश तिवारी के पैगंबर मुहम्मद पर दिए विवादित बयान के बाद मौलाना हक ने उनको मारने वाले को 51 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया था. तिवारी की पत्नी ने मौलाना के खिलाफ शिकायत की थी.
इससे पहले खबरें आईं थी कि मौलाना को गिरफ्तार कर लिया गया है. लेकिन बरेली जोन के एडीजी अविनाश चंद्रा ने बताया कि मौलाना को गिरफ्तार नहीं किया गया है. फिलहाल जांच जारी है.
मामले मे राज्य सरकार ने एसआईटी भी गठित की है. इसमें लखनऊ आईजी एस के भगत, एसपी क्राइम दिनेश पुरी और एसटीएफ के सीओ पी के मिश्रा शामिल हैं.
शुक्रवार को कमलेश तिवारी पर दो लोगों ने उस वक्त हमला किया था, जब वे खुर्शीदबाग स्थित अपने कार्यालय में थे. घटना के बाद इलाके में काफी बवाल हुआ. आसपास के बाजार भी बंद करा दिए गए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले का संज्ञान लिया है. उन्होंने मुख्य सचिव और डीजीपी को इस मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है. लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के मुताबिक,
‘मौके से एक असलहा बरामद हुआ है. शुरूआती तौर पर व्यक्तिगत रंजिश की बात लग रही है. यहां पर हमलावर उनसे मिलने आए थे. जिस तरह से उनका आना हुआ, ऐसा लग रहा है कि हमलावर मृतक के परिचित थे.चाय पीने के बाद घटना हुई है. किसी परिचित के द्वारा रंजिश में घटना को अंजाम देने की संभावना जताई जा रही है.’कलानिधि नैथानी
फिलहाल, पुलिस इस हत्याकांड का पर्दाफाश करने के लिए जांच में जुटी है. पुलिस टीम सेल फोन की डिटेल खंगालने के साथ ही सर्विलांस की मदद से आरोपियों की तलाश में जुट गई है.
पैगंबर मुहम्मद पर विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए थे कमलेश तिवारी
बता दें, कमलेश तिवारी उस वक्त चर्चा में आए थे, जब उन्होंने पैगंबर इस्लाम मोहम्मद पर टिप्पणी की थी. हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने दिसंबर, 2015 में पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इसे लेकर काफी हंगामा हुआ था, विवादित बयान के लिए कमलेश तिवारी की गिरफ्तारी भी हुई थी. वह फिलहाल जमानत पर रिहा चल रहे थे.
इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने अभी हाल ही में कमलेश तिवारी पर लगी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून हटा दिया था.
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