यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ऑफिस भी अब केसरिया रंग में रंगा जा रहा है. लाल बहादुर शास्त्री भवन यानी एनेक्सी में सीएम ऑफिस के साथ-साथ अलग-अलग विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर हैं. अब इसके सफेद रंग को भगवा किया जा रहा है.
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एनेक्सी को पहले परंपरागत सफेद और नीले रंग से रंगा जाना था, लेकिन हाल में आए एक प्रस्ताव पर सभी संबंधित अधिकारियों ने इसे केसरिया रंग में रंगने पर रजामंदी दे दी.
सीएम ऑफिस में रखे गए तौलिये भगवा रंग के हैं. साथ ही वहां लगे पर्दे भी हल्के केसरिया रंग के हैं. हाल में मुख्यमंत्री ने भगवा रंग से रंगी 50 बसों के एक बेड़े को हरी झंडी दिखाई थी. यहां तक कि इस मौके के लिए सजाए गए मंच पर भी केसरिया पर्दें और गुब्बारे लगाए गए थे, इसके अलावा राज्य के प्राथमिक स्कूलों में छात्रों को केसरिया रंग के बैग दिए गए थे.
विपक्ष नाराज
वैसे विपक्ष सीएम ऑफिस के भगवा रंग में रंगने से नाराज है और उसने प्रदेश की सरकार पर सरकारी इमारतों का भगवाकरण करने का आरोप लगाया है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी का कहना है कि सरकार का यह कदम उत्तर प्रदेश और उसकी राजनीति का भगवाकरण करने की कोशिश है.
ई-रिक्शा भी भगवा में रंगे
वैसे यूपी में कई जगह कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों से लेकर ई-रिक्शा और सब्जी के ठेले तक भगवा रंग में रंग चुके हैं. मुख्यमंत्री योगी जिन मंचों पर खड़े होते हैं वो भगवा, पंडाल भगवा, सरकारी कार्यक्रमों में फूलों की सजावट भगवा रंग का ही होता है.
उत्तर प्रदेश उन सूबों में शुमार है जो एक ‘चित्रशाला’ की तरह बन कर रह गए हैं. सरकारें जब सत्ता में आती हैं तो अपनी एक कूची साथ लेकर आती हैं. यही कूची दफ्तरों से लेकर वाहनों तक, होर्डिंग से लेकर दीवारों तक घुमा दी जाती है.
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