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मनी लॉन्‍ड्र‍िंग केस: लालू की बेटी मीसा और दामाद को मिली जमानत

ईडी ने मीसा भारती और उनके पति के खिलाफ आरोप पत्र दिसंबर में दाखिल किया था

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मनी लॉड्रिंग केस में सोमवार को आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और दामाद को जमानत मिल गई है. फिलहाल दोनों के लिए राहत की खबर है. मीसा अपने पति शैलेष के साथ सोमवार सुबह सीबीआई कोर्ट में पेश हुई थीं . कोर्ट ने 2-2 लाख के निजी मुचलके पर उन्हें जमानत दे दी.

इससे पहले मीसा भारती ने खुद को इस मामले में निर्दोष बताया था. मीसा भारती का कहना है कि मनी लांड्रिंग के लिए जांच दायरे में आई कंपनी को उनके पति और एक सीए चला रहा था. सीए की मौत हो चुकी है. वहीं ईडी का कहना है कि मुखौटा कंपनियों के जरिए 1.2 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग के षडयंत्र में यह दंपत्ति ‘सक्रिय रूप से शामिल' था.

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ईडी ने इस मामले में मीसा भारती और उनके पति के खिलाफ आरोप पत्र दिसंबर में दाखिल किया था. इसमें कहा गया है कि ये दोनों भी सक्रिय रूप से मनी लांड्रिंग अपराध के दोषी हैं. दिल्ली की एक कोर्ट ने आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए मनी लांड्रिंग निरोधक कानून के तहत माना है. इस मामले में दोनों को सम्मन भेजा गया है.

मीसा और उनके पति को 5 मार्च को कोर्ट में पेश होना है. यह मामला मीसा भारती और उनके पति के अपनी कंपनी मिशेल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट के नाम पर दिल्ली में एक फॉर्म हाउस की खरीद से जुड़ा है.

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इस मामले में ईडी मीसा भारती से पूछताछ कर चुका है. मीसा ने अपने बयान में कहा था कि संबंधित फर्म का रोजमर्रा का कारोबार पति शैलेष कुमार देख रहे थे, जबकि कंपनी का वित्तीय ब्यौरा कंपनी का सीए संदीप शर्मा देख रहा था. संदीप शर्मा का निधन हो चुका है.

(इनपुट भाषा से)

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