राजस्थान में विधानसभा चुनाव सामने है. इस चुनावी सीजन में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ समन जारी किया है.
ईडी ने बीकानेर लैंड डील मामले में वाड्रा को पूछताछ के लिए बुलाया है.
क्या है मामला?
मामला राजस्थान के बीकानेर जिले के कोलायात की एक लैंड डील से जुड़ा है. यह जमीन आर्मी की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज की वजह से विस्थापित होने वाले लोगों में बांटी जानी थी. ईडी ने इसमें पीएमएलए के तहत 2015 में क्रिमिनल केस दायर किया था. स्थानीय तहसीलदार की ओर से फर्जीवाड़े की शिकायत पर संज्ञान लेने के बाद ईडी ने मामला दायर किया था.
रॉबर्ट वाड्रा ने इस मामले में भ्रष्टाचार से इनकार किया है. कांग्रेस ने कहा है कि बीजेपी चुनाव के वक्त जानबूझकर यह मुद्दा उठा रही है, बीजेपी इसी बहाने राजनीतिक दुश्मनी निकाल रही है.
कैसे उठा यह विवाद?
दरअसल राजस्थान सरकार ने जनवरी 2015 में 3744 हेक्टेयर जमीन की म्यूटेशन (लैंड ट्रांसफर) रद्द कर दी थी. लैंड डिपार्टमेंट की ओर से अवैध निजी आवंटन की शिकायत पर लैंड ट्रांसफर रद्द किए गए थे. शिकायत में कहा गया था कि आवंटन गैरकानूनी तरीके से किए गए.
इस मामले में तहसीलदार का कहना था कि फायरिंग रेंज के लिए बीकानेर के 34 गांवों की जमीन लैंड माफिया ने फर्जी दस्तावेजों के जरिये हथिया ली थी. इसमें सरकारी अफसरों की साठगांठ थी. आरोप है कि रॉबर्ट वाड्रा ने यह जमीन खरीदी थी, लेकिन बाद में बेच दी. राजस्थान सरकार इस सौदे को पहले ही रद्द कर चुकी है.
इस केस में आरोप है कि जमीन गलत तरीके से निजी क्षेत्र को दी गई. हालांकि आरोपियों में वाड्रा का नाम नहीं है, लेकिन उनकी कंपनी स्काइलाइट हॉस्पिटैलिटी का नाम है, जिसने जमीन खरीदी और बाद में बेची थी. ईडी उनकी कंपनी के ट्रांजेक्शन की जांच करेगा.
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