आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस ने दिल्ली में AAP के साथ गठबंधन करने से इनकार कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर कांग्रेस और AAP के बीच कोई बातचीत नहीं हो रही है. केजरीवाल ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत तय होने का दावा करने वाली खबरें कांग्रेस की तरफ से गढ़ी गई हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि कांग्रेस के साथ AAP की पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में गठबंधन की नई कोशिशों के कुछ घंटों बाद केजरीवाल का यह बयान आया. बताया जा रहा है कि AAP नेता संजय सिंह ने भी एनसीपी प्रमुख शरद पवार से इस मामले पर चर्चा की थी. दरअसल मंगलवार को इस तरह की रिपोर्ट्स आई थीं कि शरद पवार कांग्रेस और AAP के बीच गठबंधन कराने के लिए मध्यस्थता कर रहे हैं.
पीटीआई की रिपोर्ट में बताया गया कि दिल्ली में AAP और कांग्रेस को साथ लाने के लिए पवार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. इस मामले पर कांग्रेस की दिल्ली इकाई की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने कहा कि वह AAP के साथ किसी भी तरह के गठबंधन के खिलाफ हैं ,लेकिन वह इस मामले में पार्टी के फैसले को मानेंगी.
पीसी चाको ने कही थी यह बात
दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने मंगलवार को कहा, 'जहां तक मुझे पता है कि दिल्ली के सीनियर नेता सोच रहे हैं कि अभी बीजेपी को हराना ही पार्टी की प्राथमिकता है, लेकिन ऐसा करने के लिए हमें आम आदमी पार्टी से गठबंधन करना होगा और यही पार्टी के ज्यादातर नेता भी सोचते हैं.'' इसके अलावा उन्होंने कहा था, ''हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आने वाले कुछ दिनों में फैसला लेंगे. हमारी पार्टी उन सभी पार्टियों का समर्थन ले रही है जो भी बीजेपी के खिलाफ हैं. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के नेता भी इसी पॉलिसी को फॉलो करेंगे.''
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