मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से दलित महिला की पिटाई और बंधक बनाने का मामला सामने आया है. आरोप है कि स्वर्ण जाति के दबंगों ने दलित परिवार को इसलिए पीटा क्योंकि उन लोगों ने खेत में खाद डालने से इनकार कर दिया था. दबंगों ने न सिर्फ गर्भवती महिला और उनकी सास को पीटा, बल्कि परिवार को घर में बंद भी कर दिया. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है.
राजनगर थाना प्रभारी पंकज शर्मा के मुताबिक इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों पर SC/ST एक्ट, घर में घुसकर पीटने और बंधक बनाने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हुई है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, ये मामला छतरपुर के राजनगर थानांतर्गत बंदरगढ़ गांव का है. एफआईआर के मुताबिक, गांव के ही तीन लोगों ने एक दलित मजदूर को अपने खेत में खाद डालने और लकड़ियों को घर में रखने के लिए बुलाया था. लेकिन मजदूर ने उन्हें कहा कि मुझे कहीं काम से जाना है आने के बाद खाद डाल देगा. इसी बात पर आरोपी नाराज हो गए और दलित युवक को जाति सूचक गाली देने लगे. मजदूर बात को बढ़ता देख घर में आ गया.
एफआईआर में लिखा है,
“आरोपी मेरे घर में घुस आए और उनके हाथों में डंडे थे, जब मैंने उनसे पूछा कि गाली क्यों दे रहे हो तो दबंगो ने मुझे पीटना शुरू कर दिया. फिर मेरी सास जब बचाने आईं तो उन्हें भी पीटा. मुझे बांय पैर और पेट में चोट आई है और मेरी सास को दोनों पैर में चोट लगी है. जब मेरे पति और देवर ने बीच बचाव किया तब वो लोग गाली और धमकी देते हुए चले गए. उन्होंने हमारी जाति को लेकर गाली देते हुए हमें पुलिस में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी.”
महिला ने एफआईआर में ये भी आरोप लगाया है कि 3 दिनों तक दबंगों ने उन लोगों को घर से निकलने नहीं दिया, जिस वजह से वो लोग पुलिस में शिकायत नहीं कर पा रहे थे.
फिलहाल पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है और मामले की जांच कर रही है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)