मध्य प्रदेश में कर्ज से परेशान होकर किसानों की आत्महत्या का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जनपद सीहोर में एक और किसान ने सोमवार सुबह अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. सीहोर में पिछले 8 दिनों के दौरान ये चौथे किसान ने खुदकुशी की है.
पुलिस के मुताबिक, दोहरा थाना क्षेत्र के जिमोनिया खुर्द में बंशीलाल (54) ने सोमवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
परिवारवालों का कहना है कि
बंशीलाल के पास नौ एकड़ जमीन है, और उस पर बैंक और सूदखोर का 9 लाख रुपये से ज्यादा कर्ज था. उसी के चलते बंशीलाल ने आत्महत्या की है.
दोहरा थाने के प्रभारी मुन्ना लाल चौधरी ने कहा,
बंशीलाल ने आत्महत्या की है, लेकिन कारण क्या है, इसका खुलासा नहीं हो पाया है. जहां तक कर्ज से परेशान होने की बात है तो वो जांच के बाद ही पता चलेगा.
8 दिनों में 12 किसानों ने की आत्महत्या
मध्यप्रदेश में बीते आठ दिनों के दौरान 12 किसानों ने आत्महत्या कर ली है. इनमें से चार आत्महत्या मुख्यमंत्री चौहान के गृह जनपद सीहोर में हुई है. इसके पहले सीहोर के जजना गांव में पांच लाख रुपये के कर्जदार दुलीचंद्र, नसरुल्लागंज के लाचौर गांव के डेढ़ एकड़ भूमि के मालिक मुकेश यादव (23), सिद्दीकीगंज थाना क्षेत्र के बापचा गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग किसान खाजू खां ने आत्महत्या कर ली थी.
आंदोलन के दौरान हुई थी 6 किसानों की मौत
किसानों ने कर्ज माफी और उपज के उचित मूल्य देने की मांग को लेकर एक से 10 जून तक आंदोलन किया. इस दौरान मंदसौर में 6 जून को पुलिस गोलीबारी में छह किसानों की मौत हो गई थी. लेकिन सरकार से किसानों को अपनी मांगों पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है. आंदोलन के बाद से किसानों में आत्महत्या का दौर चल पड़ा है. बीते सोमवार से अबतक आठ दिनों में 12 किसान आत्महत्या कर चुके हैं.
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