ADVERTISEMENTREMOVE AD

Manipur Violence: CM आवास पर हमले की कोशिश, इंफाल में कर्फ्यू.. 72 घंटों में क्या हुआ?

Manipur Violence: दो मैतेई छात्रों के कथित अपहरण और हत्या को लेकर मणिपुर में एक बार फिर से अशांति भड़क उठी है.

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

Manipur Violence: मणिपुर (Manipur) में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है. भीड़ द्वारा मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के परिवार के आवास पर हमला करने की कोशिश के बाद तनाव बढ़ता जा रहा है. यह घटना गुरुवार 28 सितंबर की रात को राज्य के हेइंगंग इलाके में लुवांगसांगबाम ममांग लीकाई में हुई. सीएम के जिस घर में हमले की कोशिश हुई, वो खाली था और सुरक्षा बलों ने कहा कि उन्होंने भीड़ के हमले को नाकाम कर दिया.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

ANI ने इम्फाल पश्चिम जिले के एडिशनल जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक आदेश का हवाला देते हुए बताया कि यह घटना सुबह 5 बजे से 11 बजे तक आम जनता की आवाजाही पर प्रतिबंध में ढील दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद हुई.

मणिपुर पुलिस ने बुधवार, 27 सितंबर को सोशल मीडिया के जरिए सूचना दी कि एक अनियंत्रित भीड़ ने एक पॉलिटिकल लीडर के घर पर हमला करने की कोशिश की. संयुक्त सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागकर भीड़ को भगा दिया.

इसके अलावा कहा गया कि अनियंत्रित भीड़ ने एक पुलिस जिप्सी को जला दिया, जबकि एक पुलिसकर्मी पर हमला किया और उसका हथियार छीन लिया.

पिछले 72 घंटो में क्या हुआ?

"छात्रों के कथित अपहरण के बाद भड़की हिंसा"

रिपोर्ट के मुताबिक दो मैतेई छात्रों के कथित अपहरण और हत्या को लेकर मणिपुर में फिर से अशांति भड़क उठी है. इंफाल में बुधवार, 27 सितंबर को सैकड़ों आंदोलनकारी छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई.

'हमें इंसाफ चाहिए' नारे लगाते हुए, छात्रों को इम्फाल पश्चिम के मोइरंगखोम में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के बंगले की ओर जाते देखा गया. इसके बाद सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश में कई राउंड आंसू गैस के गोले और धुआं बम दागे.

120 से ज्यादा छात्र, पुलिस के साथ झड़प में घायल

घटना में कम से कम 120 छात्र घायल हो गये. एक दिन पहले इसी तरह के विरोध प्रदर्शन में कम से कम 30 छात्र घायल हुए थे. बाद में, सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर उसी इलाके में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बड़े पैमाने पर छात्र-नेतृत्व वाले विरोध प्रदर्शन के जवाब में...

  • राज्य सरकार ने इंफाल सहित 19 पुलिस स्टेशनों को छोड़कर, अगले छह महीनों के लिए सशस्त्र बल (विशेष शक्तियां) अधिनियम (AFSPA), 1958 के तहत मणिपुर की स्थिति को 'अशांत क्षेत्र' बताया है.

  • 27 से 29 सितंबर तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया गया है.

  • इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं, जो हाल ही में शुरू हुई थीं.

  • PTI की रिपोर्ट के मुताबिक इंफाल पूर्व और इंफाल पश्चिम जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

इस बीच, दो मैतेई छात्रों के कथित अपहरण और हत्या का मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया गया है, जिसकी जांच CBI कर रही है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×